प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 जून, 2021 को G7 शिखर सम्मेलन में 'ओपन सोसाइटीज एंड ओपन इकोनॉमीज' पर एक सत्र में अपने आभासी (वर्चुअल) संबोधन के दौरान यह कहा कि, भारत G7 देशों के लिए आतंकवाद, सत्तावाद, हिंसक अतिवाद, दुष्प्रचार और आर्थिक जबरदस्ती जैसे खतरों से लड़ने के लिए एक स्वाभाविक सहयोगी है.
यूके द्वारा आयोजित G7 शिखर सम्मेलन में दुनिया के कुछ सबसे शक्तिशाली देशों - यूके, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान और अमेरिका के नेता 11 जून से 13 जून, 2021 तक कार्बिस बे, कॉर्नवाल, यूके में मिले. इस G7 शिखर सम्मेलन में भारत, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका और दक्षिण कोरिया को इस वर्ष अतिथि देशों के तौर पर आमंत्रित किया गया.
G7 क्या है?
• यह सात देशों का समूह, जिसे G7 के नाम से भी जाना जाता है, एक अंतर-सरकारी मंच है जहां दुनिया की उन्नत अर्थव्यवस्थाएं और खुले समाज वैश्विक दबाव वाले मुद्दों पर विचार-विमर्श करने के लिए एक साथ मिलकर सम्मेलन करते हैं.
• ये सात सदस्यीय देश - यूके, यूएस, कनाडा, जापान, जर्मनी, फ्रांस और इटली हैं. ये सदस्य देश हर साल यूरोपीय संघ सहित अन्य अतिथि देशों को भी आमंत्रित करते हैं.
• G7 के सदस्य देश विश्व की जनसंख्या के 10 प्रतिशत और वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद (सकल घरेलू उत्पाद) के 40 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करते हैं.
G7 का इतिहास
• G7 की स्थापना कनाडा को छोड़कर, वर्तमान G7 सदस्य देशों के बीच एक बैठक में हुई थी. पहली बार यह बैठक वर्ष 1975 में हुई थी.
• अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस, जापान और यूके जैसे 06 प्रमुख देशों के राष्ट्राध्यक्ष वर्ष, 1973 के ओपेक तेल प्रतिबंध के कारण मंदी की मार झेल रही वैश्विक अर्थव्यवस्था को स्थिर करने पर विचार-विमर्श करने के लिए बैठकों में एकत्रित हुए थे.
• कनाडा और रूस क्रमशः वर्ष, 1976 और वर्ष, 1998 में G7 समूह में शामिल हुए, और इस समूह का नाम बदलकर G8 कर दिया गया था. वर्ष, 2014 में क्रीमिया के रूसी विलय के बाद, G7 ने रूस के बिना अपनी सालाना बैठकें आयोजित करनी शुरू कर दीं.
G7 की अध्यक्षता
• प्रत्येक वर्ष, G7 की बैठकों की अध्यक्षता बारी-बारी से सात सदस्य देशों में से किसी एक देश द्वारा की जाती है. G7 बैठकों की अध्यक्षता करने वाला देश उस वर्ष G7 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करता है.
• वर्ष, 2021 के G7 शिखर सम्मेलन की मेजबानी यूके द्वारा 11 से 13 जून, 2021 तक कार्बिस बे, कॉर्नवाल, यूके में की गई थी.
G7 का एजेंडा
•अतीत में, G7 नेताओं ने कर चोरी का मुकाबला करने, वैश्विक अर्थव्यवस्था को मजबूत करने, 27 मिलियन लोगों को एड्स, मलेरिया और तपेदिक से बचाने के लिए कार्य योजनाओं पर काम किया है और इसके साथ ही सबसे गरीब देशों में रहने वाले लाखों बच्चों की शिक्षा को वित्त पोषित किया है.
• वर्ष, 2021 में G7 शिखर सम्मेलन का विषय 'बिल्ड बैक बेटर' है. G7 नेताओं ने स्वास्थ्य पर कार्बिस बे घोषणा पर हस्ताक्षर किए और कोरोना वायरस के कारण हुई वैश्विक तबाही को पुनः पूर्व स्थिति में लाने का संकल्प लिया.
G7 और भारत
• भारत को पहली बार वर्ष, 2003 में 29वें G8 शिखर सम्मेलन (जब रूस एक सदस्य देश था) में आमंत्रित किया गया था. तब तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने फ्रांस में हुए शिखर सम्मेलन में भाग लिया था.
• प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी G7 शिखर सम्मेलन में दो बार भाग ले चुके हैं. वर्ष, 2019 में प्रधानमंत्री मोदी ने पहली बार इस शिखर सम्मेलन में भाग लिया था जब देश को 'सद्भावना भागीदार' के तौर पर G7 बियारिट्ज़ शिखर सम्मेलन में आमंत्रित किया गया था. दूसरी बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 से 13 जून, 2021 तक कॉर्नवाल में हो रहे G7 शिखर सम्मेलन में अतिथि देश के तौर पर भारत का प्रतिनिधित्व किया.
• ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने G7 शिखर सम्मेलन से पहले अपने एक बयान में यह कहा था कि, यूके अगले वर्ष के भीतर कम से कम 100 मिलियन अधिशेष COVID-19 वैक्सीन खुराक देगा, जिसकी शुरुआत आने वाले हफ्तों में 5 मिलियन वैक्सीन से होगी. भारत में भी ये वैक्सीन खुराकें भेजी जा सकती हैं.
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