देश के महान फर्राटा धावक मिल्खा सिंह को विश्व स्वास्थ्य संगठन ( डब्ल्यूएचओ) ने दक्षिण पूर्वी एशिया क्षेत्र में फिटनेस संबंधी गतिविधियों हेतु सद्भावना दूत नियुक्त किया है.
फ्लाइंग सिख के नाम से विख्यात धावक मिल्खा सिंह डब्ल्यूएचओ सीयर की गैर संक्रामक बीमारियों से बचाव और उन पर काबू करने की योजनाओं का प्रचार करेंगे.
डब्ल्यूएचओ की दक्षिण पूर्व एशिया की क्षेत्रीय निदेशक पूनम खेत्रपाल के अनुसार स्वास्थ्य हेतु फिटनेस संबंधी गतिविधियों को बढ़ावा देना आवश्यक है. मिल्खा सिंह जैसे महान एथलीट के इससे जुड़ने से इसे और कामयाबी मिलेगी.
प्रति वर्ष डब्ल्यूएचओ दक्षिण पूर्व एशिया में गैर संक्रामक बीमारियों से करीब 85 लाख मौतें होती हैं. ये सभी जीवनशैली से जुड़ी समस्याओं को लेकर है. नियमित व्यायाम से हृदय रोग हृदयाघात, मधुमेह और कैंसर जैसी गैर संक्रामक बीमारियों का खतरा कम हो सकता है.
मिल्खा सिंह के बारे में-
- मिल्खा सिंह का जन्म अविभाजित भारत के पंजाब में एक सिख राठौर परिवार में 20 नवम्बर 1929 को हुआ.
- राष्ट्रमंडल खेलों के व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाले वह स्वतंत्र भारत के पहले खिलाडी बने.
- वर्ष 1958 में कटक में आयोजित राष्ट्रीय खेलों में उन्होंने 200 मी और 400 मी प्रतियोगिता में राष्ट्रीय कीर्तिमान स्थापित किया और एशियन खेलों में भी इन दोनों प्रतियोगिताओं में स्वर्ण पदक हासिल किया.
- वर्ष 1958 में उन्हें एक और महत्वपूर्ण सफलता मिली जब उन्होंने ब्रिटिश राष्ट्रमंडल खेलों में 400 मीटर प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक प्राप्त किया.
- उन्होंने 1958 के कॉमनवेल्थ खेलों में स्वर्ण पदक, 1962 के एशियाई खेलों में भी स्वर्ण पदक प्राप्त किया.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation