विश्व बैंक ने हाल ही में पाकिस्तान को एक प्राकृतिक गैस दक्षता के लिए मंजूर किए गए 10 करोड़ डॉलर के लोन को रद्द कर दिया. इस लोन के रद्द होने का कारण परियोजना के विकास से जुड़े उद्देश्यों को प्राप्त करने में कोई प्रगति न होना तथा गैस वितरण कंपनी की ओर से इस पर कोई दिलचस्पी न दिखाया जाना.
यह परियोजना सुई साउदर्न गैस कंपनी अपने वितरण क्षेत्रों कराची, सिंध तथा बलूचिस्तान के आंतरिक हिस्सों में शुरू करने वाली थी, जिसका उद्देश्य पाइपलाइन में गैस की प्राकृतिक तथा वाणिज्यिक हानि कम करते हुए प्राकृतिक गैस की आपूर्ति बढ़ाना था.
विश्व बैंक की रिपोर्ट के अनुसार परियोजना के विफल होने की वजह से ये रुक गई तथा नतीजे के तौर पर गैस के प्राकृतिक संसाधनों की बर्बादी हुई. इसे असंतोषजनक बताते हुए विश्व बैंक ने कहा कि इसमें सतर्कता बरतने की जरूरत थी.
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