अंतरराष्ट्रीय आर्थिक संघ (आईईए) ने 16 सितंबर 2014 को कौशिक बसु को सितंबर 2014 से शुरु हो रहे संघ का प्रेसिडेंट–इलेक्ट नियुक्त किया. हालांकि, वे विश्व बैंक के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और मुख्य अर्थशास्त्री के तौर पर काम करना जारी रखेंगें.
यह दूसरी बार है जब कोई भारतीय इस संघ का अध्यक्ष बना है. यह संघ बड़ी संख्या में शोध पत्र और किताबें प्रकाशित करेगा एवं समकालीन रुचि के विषयों पर गोलमेज सम्मेलन आयोजित करेगा. आईईए से जुड़ने वाले पहले भारतीय अमर्त्य सेन थे.
कौशिक बसु
• कौशिक बसु विश्व बैंक के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और मुख्य अर्थशास्त्री हैं. विश्व बैंक में 5 सितंबर 2012 को उनकी नियुक्ति बतौर मुख्य अर्थशास्त्री की गई थी.
• फिलहाल वे अमर्त्य सेन द्वारा स्थापित ह्यूमन डेवलपमेंट एंड कैपेबलिटीज एसोसिएशन के चौथे अध्यक्ष और भारत के एग्जिम बैंक के निदेशक मंडल के सदस्य हैं.
• वे कार्नेल यूनिवर्सिटी से छुट्टी पर हैं जहां वे अर्थशास्त्र और अंतरराष्ट्रीय अध्ययन के सी. मार्क्स के प्रोफेसर हैं.
• मई 2008 में उन्हें भारत के राष्ट्रपति ने देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक पद्म भूषण से सम्मानित किया था.
• दिसंबर 2009 से जुलाई 2012 तक वे भारत सरकार के वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) रहे.
• कौशिक बसु बीबीसी न्यूज ऑनलाइन, द हिन्दुस्तान टाइम्स, बिजनेस स्टैंडर्ड के स्तंभकार भी हैं और अर्थशास्त्र पर उन्होंने कई किताबें भी लिखी हैं.
अंतरराष्ट्रीय आर्थिक संघ (आईईए)
यूनेस्को के सामाजिक विज्ञान विभाग के प्रोत्साहन से आईईए की स्थापना बतौर गैर– सरकारी संगठन वर्ष 1950 में की गई थी. इसका उद्देश्य दुनिया के विभिन्न हिस्सों में अर्थशास्त्रियों के बीच व्यक्तिगत संपर्क और आपसी समझ को बढ़ावा देना है.
यह संघ वैश्विक आर्थिक नीति और शोध को आकार देने में प्रभावी रहा है. रॉबर्ट सोलो, अमर्त्य सेन औऱ जोसेफ स्टिग्लिट्ज जैसे नोबल पुरस्कार विजेता आईईए के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं.
आईईए हर तीन वर्ष के बाद विश्व कांग्रेस का आयोजन करती है. यह दुनिया में अर्थशास्त्रियों का सबसे बड़ा समारोह है.
आईईए का सत्रहवां विश्व कांग्रेस जून 2014 में जॉर्डन के मृत सागर में आयोजित किया गया था. आईईए के 16वें विश्व कांग्रेस की मेजबानी चीन के बीजिंग शहर ने वर्ष 2011 में की थी.
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