अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ ने एआईएफएफ अकादमी प्रमाण-पत्र का शुभारंभ दिल्ली में 22 अप्रैल 2014 को किया. इसका उद्देश्य देश में प्रमाण-पत्र मॉडल के द्वारा युवाओं के विकास के लिए मानक स्थापित करना है. एआईएफएफ की यह पहल भारत में अपने तरह की पहली पहल है. इसकी अवधारणा एआईएफएफ की तकनीकी विभाग ने विकसित की है.
इसके लिए एआईएफएफ ने मापदंड का एक सेट तैयार किया है जिसके आधार पर अकादमियों का आकलन कर उन्हें प्रमाणपत्र देने और मापदंड के आधार पर प्रत्येक अकादमी को रेटिंग अंक देने का प्रावधान है.
प्रमाण-पत्र का मानदंड अकादमी के निम्नलिखित पहलुओं पर आधारित होगा.
• कोचिंग स्टाफ और योग्यता
• सुविधाएं
• युवा विकास और टीम समर्थन
• प्रशिक्षण कार्यक्रम, प्रशिक्षण सत्र
• पाठ्यक्रम
• स्काउटिंग नेटवर्क
• चिकित्सा सुविधाएं, स्कूलिंग, आवास (अगर आवासीय है), यात्रा, उपकरण और अन्य
एआईएफएफ अकादमी प्रमाण-पत्र प्रक्रिया में अकादमियों को 1– स्टार (न्यूनतम) से 5– स्टार (सर्वोच्च) की रैंकिंग दी जाएगी. प्रमाण-पत्र एक वर्ष के लिए मान्य होगा और उसके बाद इसका नवीकरण नए सिरे से कराना होगा. प्रमाण-पत्र आवासीय और गैरआवासीय अकादमियों, दोनों के लिए लागू होगा.
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ)
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) एक राष्ट्रीय संघ है जो कि सोसायटी पंजीकरण अधिनियम 1850 के तहत सोसायटियों के रजिस्ट्रार, मुंबई में पंजीकृत है. इसका मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है. इसकी स्थापना असीमित अवधि के लिए की गई है.
महासंघ के रूप में यह फीफा, एएफसी और भारतीय ओलंपिक एसोसिएशन का सदस्य है. .यह फीफा एवं एएफसी के विनियम, निर्देशों और निर्णयों का सम्मान करने और अपने सदस्यों से ऐसा ही करने को सुनिश्चित करता है.
एआईएफएफ के अध्यक्ष– प्रफुल पटेल
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