बैंगनी चायः यह स्वास्थ्यवर्धक चाय केन्या में उगाई जाती है
जनवरी 2015 में बैंगनी चाय जो विश्व में सिर्फ केन्या में ही उगाई जाती है, चर्चित रही. इसकी वजह थी टोकलाई चाय अनुसंधान संस्थान (टीटीआरआई) असम का वह दावा जिसमें यह कहा गया था कि बराक घाटी में चाचार जिले का लोंगाई क्षेत्र और कारबी अंगलांग जिले का पहाड़ी वन वाले इलाकों में बैंगनी चाय का उत्पादन किया जा सकता है. अभी तक विश्व में सिर्फ केन्या ही एक ऐसी जगह है जहां यह स्वास्थ्यवर्धक चाय उगाई जाती है. यह चाय काली चाय के मुकाबले तीन से चार गुना तक महंगी होती है.
बैंगनी चाय, चाय की एक दुर्लभ किस्म है जिसे माउंट केन्या क्षेत्र के आस पास बहुत ही चुनींदा बागानों में उगाया जाता है. यह अपने चिकित्सीय गुणों की वजह से भी जानी जाती है और इसमें एंथोसियानीन्स प्रचूर मात्रा में मौजूद होता है. यह कैंसर–रोधी लाभ प्रदान करती है और दृष्टि में सुधार, कैलोस्ट्रोल कम करने और रक्त शर्करा चयापचय को कम करने में मदद करती है.
टीटीआरआई के वैज्ञानिकों और अनुसंधानकर्ताओं की टीम के मुताबिक, कीन्या की बैंगनी चाय मूल रूप से असम की है क्योंकि इस चाय की जंगली झाड़ियां आज भी असम के इन इलाकों में मौजूद है.
असम भारत का सबसे बड़ा चाय उत्पादक राज्य है जबकि चीन विश्व में सबसे अधिक चाय का उत्पादन करता है. इसके बाद भारत, केन्या, श्रीलंका और तुर्की का स्थान है.
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