बर्थ ऑफ सिनेमा: एन गोपाल कृष्ण
आंध्र प्रदेश के फिल्म निर्माता एन गोपाल कृष्ण द्वारा लिखित पुस्तक ''बर्थ ऑफ सिनेमा'' का विमोचन हैदराबाद में आयोजित 18वें अंतरराष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव, भारत (आईसीएफएफआई) में 18 नवंबर 2013 को किया गया. इस पुस्तक में सिनेमा की अत्याधुनिक टेक्नॉलाजी जैसे 3डी शूटिंग और वॉयस एनहेंसमेंट आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है, जिसे हॉलीवुड के निर्देशकों ने लोकप्रिय बनाया और अब भारतीय फिल्म निर्माता इसे अपना रहे हैं. पत्रकार टी. उदयवरलू ने पुस्तक का विमोचन किया. गोपाल कृष्ण तेलगु फिल्म ''लक्ष्मण रेखा'' का निर्देशन भी किया है.
बाल फिल्म सोसायटी भारत (आईसीएफएफआई)
अंतरराष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव, भारत (आईसीएफएफआई ), एक द्विवार्षिक महोत्सव है. इसे ‘ द गोल्डन एलिफंट ’ के नाम से भी जाना जाता है. यह महोत्सव 14 नवंबर को भारत के प्रहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरूजी के जन्म दिन पर शुरू होता है.
भारत के प्रहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरूजी ने आजादी के तुरंत बाद वर्ष 1955 में पंडित स्वदेशी और विशेष सिनेमा बनाकर उनकी रचनात्मकता, करुणा और महत्वपूर्ण सोच को प्रभावित करने के उम्मीद के साथ सीएफएसआई की स्थापना की. यह जवाहर लाल नेहरूजी की दृष्टि है जो अंतरराष्ट्रीय बाल चित्र महोत्सव, भारत को मार्गदर्शन करती है .
अंतरराष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव युवा दर्शकों के लिए राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर की बच्चों की आनंदमय और कल्पनाशील फिल्में लाने का प्रयास करता है. सात दिनों के इस महोत्सव में सर्वश्रेष्ठ फीचर, लघु, लाइव एक्शन और एनीमेशन फिल्मों का प्रदर्शन होता है, जिसमें विश्व भर से बच्चें तथा फिल्मकार भाग लेते हैं.
देश में गतिशील बच्चों की फिल्म संस्कृति को पोषण और बढ़ावा देने के उद्देश्य से सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत एक स्वायत्त निकाय – बाल चित्र समिति भारत (सीएफएसआई) द्वारा आयोजित किया जाता है. वर्ष 1955 में उसके स्थापना के पश्चात, सीएफएसआई ने बच्चों के लिए मनोरंजन और समृद्ध सामग्री का निर्माण, प्रदर्शन और वितरण किया है. अभिनेता और निर्देशक अमोल गुप्तेजी सीएफएसआई के अध्यक्ष हैं.
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