केंद्रीय भूतल परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय (Ministry of Road Transport and Highways) ने राजमार्गों पर होने वाली दुर्घटनाओं के पीड़ितों के तुरंत उपचार हेतु कैशलेस चिकित्सा योजना (Cashless Treatment Scheme) की शुरुआत की. इस योजना को आरंभिक तौर पर 29 जुलाई 2013 को गुड़गांव (हरियाणा) – जयपुर (राजस्थान) राजमार्ग संक्खा आठ पर लागू किया गया है. इस योजना की औपचारिक शुरुआत केन्द्रीय भूतल परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री आस्कर फर्नांडीज ने की.
राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या आठ (एनएच-8) से आरंभ की गई कैशलेस चिकित्सा योजना के साथ-साथ लाइफ सपोर्ट सिस्टमों से लैस छह उन्नत किस्म के एंबुलेंसों का भी प्रचालन आरंभ किया गया जो कि घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाएंगे.
कैशलेस चिकित्सा योजना के तहत लाभ लेने के लिए दुर्घटना की स्थिति में टोल फ्री नंबर 1033 पर कॉल करना होगा, जो कि 24 घंटे तथा वर्ष भर कार्य करेगा. इस कॉल के आधार पर केंद्रीय स्थल पर मौजूद कार्यकर्ता निकटतम एंबुलेंस को भेजेंगे जो कि घायलों को जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाएंगे.
इस योजना के भली प्रकार क्रियान्यवयन हेतु सरकारी क्षेत्र के सात तथा निजी क्षेत्र के 44 अस्पतालों को सूचीबद्ध किया गया है. साथ ही, आवश्यक मानव श्रम के लिए नेहरू युवा केंद्र के युवकों को जोड़ा जाएगा और इन्हें एम्स में फर्स्ट एड का प्रशिक्षण दिया जाएगा.
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