केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने 17 जुलाई 2014 को नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में ‘राष्ट्रीय स्वास्थ्य विवरण-2013’ जारी किया. इसमें स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में मानव संसाधनों पर आधारित विस्तृत विवरण के साथ ही साथ जनसांख्यिकी आधारित, सामाजिक-आर्थिक आधार पर स्वास्थ्य की स्थिति और स्वास्थ्य-वित्त संकेतक शामिल किये गए हैं. ‘राष्ट्रीय स्वास्थ्य विवरण’, केंद्रीय स्वास्थ्य सतर्कता ब्यूरो (सीबीएचआई) द्वारा तैयार किया जाता है. सीबीएचआई वर्ष 2005 से प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय स्वास्थ्य विवरण प्रकाशित करती है. ‘राष्ट्रीय स्वास्थ्य विवरण-2013’ इसका नौवां संस्करण है.
‘राष्ट्रीय स्वास्थ्य विवरण-2013’ से संबंधित मुख्य तथ्य
• वर्तमान में देश में स्वास्थ्य संबंधी आधारभूत सुविधाओं की भारी कमी.
• देश के कुल सरकारी और गैर-सरकारी क्षेत्र के अस्पतालों को मिलाकर मात्र 6.2 लाख मरीजों को ही भर्ती करने की सुविधा.
• सवा अरब आबादी हेतु मात्र नौ लाख डॉक्टर ही उपलब्ध.
• कालाजार के मामले में बिहार की स्थिति सबसे दयनीय, देश भर में इस बीमारी के 77.6 प्रतिशत मरीज अकेले इसी राज्य में पाए गए.
• कालाजार से होने वाली कुल मौतों में 85 प्रतिशत मौतें सिर्फ बिहार में हुई.
• मलेरिया के सबसे अधिक मामले ओडिशा में सामने आए और इससे सबसे ज्यादा मौतें महाराष्ट्र में हुईं.
• स्वाइन फ्लू के सबसे ज्यादा मामले दिल्ली में दर्ज हुए, लेकिन इससे सबसे ज्यादा मौतें गुजरात में हुईं.
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