केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने आतंकवादी संगठन लिबरेशन टाइगर्स आफ तमिल ईलम (एलटीटीई) पर 14 मई 2014 को आगामी पांच वर्ष का प्रतिबंध विस्तार किया.
केन्द्रीय गृह मंत्रालय के अनुसार, गैर कानूनी गतिविधि (रोकथाम) कानून 1967 के प्रावधानों के तहत ‘गैर कानूनी संगठन’ के रूप में लिट्टे को वर्ष 1991 में प्रतिबंधित संगठन घोषित किया था.
लिबरेशन टाइगर्स आफ तमिल ईलम (एलटीटीई) से संबंधित मुख्य तथ्य
लिट्टे विश्व का एक प्रमुख आतंकवादी संगठन हैं. इसकी स्थापना वर्ष में 1975 वेलुपिल्लई प्रभाकरण ने श्रीलंका में ‘तमिल अलगाववादी’ संगठन के रूप में की थी. यह आतंकवादी संगठन श्रीलंका के उत्तरी और उत्तर-पूर्वी क्षेत्रों में दो दशकों से अधिक समय से सक्रिय है. लिट्टे प्रमुख वेलुपिल्लई प्रभाकरण को 18 मई 2009 को श्रीलंका की सेना ने मार दिया.
विदित हो कि लिट्टे पर पूर्व भारतीय प्रधानमंत्री राजीव गांधी (1991) एवं पूर्व श्रीलंका के राष्ट्रपति प्रेमदासा रनसिंघे (1993) को मारने का आरोप है. विश्व के कई अन्य देशों में भी यह एक प्रतिबंधित संगठन है.
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