कारपोरेट मामलों के भारतीय संस्थान (आईआईसीए) ने 17 जनवरी 2014 को फिक्की के साथ सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर किए. करारनामें में दोनो पक्षों द्वारा निगमित सामाजिक दायित्व प्रतिस्पर्धा कानून, कॉर्पोरेट कानून, निगमित प्रशासन, समावेशी विकास और उद्योग और अर्थव्यवस्था के सतत विकास के क्षेत्रों में सहयोग करने के लिए हस्ताक्षर किए गये.
आईआईसीए तथा फिक्की के मध्य निम्नलिखित बातों पर सहमत बनी:-
• नए कंपनी अधिनियम 2013 के विभिन्न पहलूओं को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करना, विशेष रूप से भारत में प्रमुख शहरों में कारपोरेट सामाजिक जवाबदेही, और
• मुख्यधारा के प्रयास में क्षमता निर्माण के उपायों को शुरू करने के लिए सीएसआर को अपनाने और उद्योग तथा किसी भी अन्य संबंधित कार्यों के लिए जिम्मेदार शासन तय करना.
• इसके अतिरिक्त आईआईसीए और फिक्की निम्न विषयों पर भी सहयोग करेंगे:
A. संकल्पित और विकसित एजेंडा, पाठ्यक्रम सामग्री तथा मॉड्यूल और
B. लघु अवधि के पाठ्यक्रम और प्रशिक्षण का आयोजन.
आईआईसीए कारपोरेट मामलों के मंत्रालय के तत्वावधान में कार्य करता है, यह भारत में कंपनियों के लिए कॉर्पोरेट नियमों और प्रशासन पर जागरूकता बढ़ाने के लिए थॉमसन रायटर के साथ भी कार्य करता है. इस गठबंधन के माध्यम से कंपनी बोर्ड के सदस्यों, अन्य वरिष्ठ कॉरपोरेट सेक्टर से अधिकारियों के साथ - साथ सरकार की ओर से अधिकारियों, वैधानिक और नियामक निकायों के उद्देश्यों के उन्मुखीकरण कार्यक्रमों की एक श्रृंखला को वितरित किया जायेगा. ये कार्यक्रम क्षेत्र विशेष आधारित होंगे और इनमें निगमित प्रशासन, बोर्ड प्रभावशीलता और उद्योग प्रवृत्तियों,सहित अवसर और जोखिम के विषयों के क्षेत्रों को कवर किया जाएगा. फार्मा क्षेत्र के लिए सर्वप्रथम उन्मुखीकरण कार्यक्रम योजना बनाई जा रही है.
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