भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को स्काटलैंड (ब्रिटेन) स्थित एडिनबर्ग विश्वविद्यालय ने 15 मई 2014 को ‘डॉक्ट्रेट’ की मानद उपाधि से सम्मानित किया. डॉ. कलाम को यह सम्मान ‘विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी’ और वर्ष 2020 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के प्रति उनकी प्रतिबद्धता हेतु उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया गया. इस पुरस्कार को एडिनबर्ग विश्वविद्यालय के प्राचार्य और कुलपति टिमोथी ओशेया ने प्रदान किया.
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम से संबंधित मुख्य तथ्य
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्तूबर सन 1931 में तमिलनाडु में हुआ. इनका पूरा नाम अवुल पकिर जैनुलाअबदीन अब्दुल कलाम है. वे भारत के पूर्व राष्ट्रपति एवं प्रसिद्ध वैज्ञानिक है. डॉ. कलाम 25 जुलाई 2002 से 25 जुलाई 2007 तक भारत के राष्ट्रपति पद पर रहे. वे भारत के 11वें राष्ट्रपति रहे.
एक वैज्ञानिक के रूप में भारत के मुख्य सैन्य हथियार ‘अग्नि मिसाइल’ एवं ‘पृथ्वी मिसाइल’ के सफल परीक्षण का श्रेय डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को है. उनकी देखरेख में भारत ने वर्ष 1998 में पोखरण (राजस्थान) में अपना दूसरा सफल परमाणु परीक्षण किया और परमाणु शक्ति से संपन्न राष्ट्रों की सूची में शामिल हुआ.
मुख्य पुरस्कार
डॉ. कलाम को भारत सरकार द्वारा वर्ष 1981 में उनके वैज्ञानिक सेवा हेतु ‘पद्म भूषण’ से सम्मानित किया गया तथा वर्ष 1997 में उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया गया.
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