21 मई: आतंकवाद विरोधी दिवस (Anti Terrorism Day)
देशभर में आतंकवाद विरोधी दिवस (Anti Terrorism Day) 21 मई 2013 को मनाया गया. इस अवसर पर सरकारी कार्यालयों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों तथा अन्य सार्वजनिक संस्थानों के कर्मचारियों ने किसी भी तरह के आतंकवाद और हिंसा का विरोध करने के प्रति शपथ ली. देश के सभी वर्गों के लोगों में आतंकवाद और हिंसा के खतरों तथा जनता, समाज और पूरे देश में पड़ने वाले इसके दुष्प्रभाव के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए यह दिवस मनाया जाता है.
आतंकवाद विरोधी दिवस मनाए जाने के पीछे मुख्य उद्देश्य आम लोगों की पीड़ा को उजागर करते हुए और राष्ट्रहित में इसके दुष्प्रभाव को दर्शाते हुए आतंकवाद और हिंसा के पंथ से लोगों को दूर करना है. इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए आतंकवाद और हिंसा के खतरों पर परिचर्चा, वाद-विवाद, संगोष्ठी, सेमीनार और व्याख्यान आदि का आयोजन स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में किया जाता है. साथ ही आतंकवाद और हिंसा के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए एक निर्धारित और सतत अभियान चलाया जाता है.
विदित हो कि 21 मई 1991 को तमिलनाडु में श्रीपेरम्बुदूर में चुनाव प्रचार के दौरान राजीव गांधी की हत्या कर दी गई थी. राजीव गांधी बलिदान दिवस को आतंकवाद विरोधी दिवस के रूप में भी मनाया जाता है.
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