केरल के पद्मनाभस्वामी मंदिर के तहखाने में छुपे खजाने का आकलन करने का अनुरोध करने वाले याचिकाकर्ता टीपी सुंदरराजन का 17 जुलाई 2011 को निधन हो गया. टीपी सुंदरराजन 70 वर्ष के थे.ज्ञातव्य हो कि सुंदरराजन ने 2009 में शाही परिवार पर खजाने के कुप्रबंधन का आरोप लगाते हुए केरल उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी.
पद्मनाभस्वामी मंदिर से संबंधित शाही परिवार ने सर्वोच्च न्यायालय में टीपी सुंदरराजन के खिलाफ़ याचिका दायर की थी. इस पर सुनवाई करते हुए सर्वोच्च न्यायालय ने पद्मनाभस्वामी मंदिर के खजाने का अवलोकन और मूल्यांकन करने के लिए सात सदस्यीय समिति का गठन किया था. टीपी सुंदरराजन भी इस समिति के सदस्य थे.
सुंदरराजन 1964 बैच के आइपीएस अधिकारी थे और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के सुरक्षा घेरे में भी शामिल रह चुके थे. भारतीय पुलिस सेवा से इस्तीफा देकर टीपी सुंदरराजन ने वकालत का पेशा अपना लिया था.
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