पाकिस्तान के क्रिकेट खिलाड़ी सलमान बट और मुहम्मद आसिफ को स्पॉट फिक्सिंग का दोषी पाया गया. इंग्लैण्ड स्थित लंदन की साउथवार्क क्राउन न्यायालय (Southwark Crown Court) में 1 नवंबर 2011 को इन दोनों क्रिकेट खिलाड़ियों को दोषी साबित किया गया.
साउथवार्क क्राउन न्यायालय ने 27 वर्षीय सलमान बट (पूर्व पाकिस्तान टेस्ट टीम कप्तान) को स्पॉट फिक्सिंग के लिए साजिश रचने और अवैध धनराशि लेने का दोषी पाया, जबकि 28 वर्षीय मुहम्मद आसिफ (दाएं हाथ के तेज गेंदबाज) को जालसाजी करने का दोषी पाया गया.
ज्ञातव्य हो कि अगस्त 2010 में पाकिस्तान-इंग्लैंड टेस्ट श्रृंखला (इंग्लैंड में आयोजित) के दौरान न्यूज ऑफ द वर्ल्ड अखबार ने स्टिंग ऑपरेशन के जरिए स्पॉट फिक्सिंग का सनसनीखेज रहस्योद्घाटन किया था. इसके बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने तीन पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ियों पर प्रतिबंध लगा दिया था. तीसरे आरोपी युवा तेज गेंदबाज मुहम्मद आमेर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के प्रतिबंध के खिलाफ अपील नहीं की थी.
पाकिस्तान के क्रिकेट खिलाड़ी सलमान बट और मुहम्मद आसिफ पर सट्टेबाज मजहर मजीद के साथ मुकदमा चलाया गया था. अगस्त 2010 में सलमान बट और मुहम्मद आसिफ ने सटोरिये मजहर मजीद और तेज गेंदबाज मुहम्मद आमेर के साथ मिलकर लॉर्ड्स टेस्ट के दौरान जानबूझकर तीन नो-बॉल फेंकने की साजिश रची थी. मामला सामने आने के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने सलमान बट को 10, मुहम्मद आसिफ को सात और मुहम्मद आमेर को पांच साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया था.
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