प्रवासन से संबंधित वर्ष 2015 का वेलेटा सम्मेलन 12 नवम्बर 2015 को समाप्त हुआ. यह माल्टा स्थित वेलेटा में भूमध्य सम्मेलन केंद्र में दो दिन के लिए आयोजित किया गया था.
इसमें यूरोप एवं अफ्रीका के 65 देशों के प्रमुखों, उच्चायुक्तों के अतिरिक्त संयुक्त राष्ट्र एवं यूरोपियन यूनियन के अधिकारियों ने भी भाग लिया.
इस सम्मेलन में भूमध्य प्रवासन संकट से निपटने हेतु एक कार्य योजना प्रस्तुत की गयी जिसमें अफ्रीका से यूरोप की ओर होने वाले प्रवास के संकट पर नियंत्रण प्राप्त किया जायेगा.
इस कार्य योजना के पांच प्रमुख क्षेत्र निम्नलिखित होंगे:
1. प्रवास के विकास सम्बन्धी लाभ एवं अनियमित प्रवास तथा जबरन विस्थापन के मूल कारण.
2. कानूनी प्रवास और गतिशीलता.
3. सुरक्षा एवं शरण.
4. अनियमित पलायन के खिलाफ की रोकथाम और लड़ाई, मनुष्य प्रवासी तस्करी और अवैध व्यापार.
5. वापसी, पुनःप्रवेश एवं एकीकरण
वेलेटा शिखर सम्मेलन की प्रमुख बातें
• अनियमित पलायन के कारणों और अफ्रीका में विस्थापित व्यक्तियों को संबोधित करने के लिए 1.8 बिलियन यूरो का यूरोपियन आपातकाल ट्रस्ट फण्ड बनाया गया. इसका उद्देश्य विस्थापितों के संरक्षण के लिए समान आर्थिक अवसर, कमजोर वर्ग के लोगों को सुरक्षा और विकास के अवसर प्रदान करना है.
• पाँच प्राथमिकता वाले डोमेन के अंतर्गत वर्ष 2016 के अंत तक 16 नई पहलें आरंभ की जायेंगी ताकि कार्य योजना के अनुरूप काम किया जा सके.
• कार्य योजना को लागू करने के लिए रबात प्रक्रिया, खार्तूम प्रक्रिया एवं ईयू-अफ्रीका रणनीति के अनुरूप काम किया जायेगा.
• यूरोपियन इन्वेस्टमेंट बैंक आर्थिक विकास के लिए अफ्रीका में आर्थिक सहायता प्रदान करेगा.
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