भारत और यूनाइटेड किंगडम के मध्य स्वास्थ्य के क्षेत्र में सहयोग के लिए समझौता ज्ञापन 19 मई 2013 को किया गया. भारत के केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री गुलाम नबी आजाद तथा यूनाइटेड किंगडम के राज्य स्वास्थ्य सचिव जेरेमी रिचर्ड हंट ने इस समझौता ज्ञापन पर जिनेवा में हस्ताक्षर किए.
यह समझौता दोनों देशों के बीच स्वास्थ्य के क्षेत्र में व्यापक सहयोग तथा जानकारी और विशेषज्ञता के आदान-प्रदान का आधार होना है.
समझौता ज्ञापन के तहत निम्न क्षेत्रों में सहयोग किया जाना है
• भारत तथा यूनाइटेड किंगडम में स्वास्थ्य नीतियों के आदान-प्रदान को बढ़ावा देना.
• स्वास्थ्य के लिए मानव संसाधन.
• नियमन संबंधी मामले.
• स्वास्थ्य तकनीक का विकास.
• आरंभिक स्वास्थ्य सेवा.
• सार्वजनिक आधारभूत ढांचे तथा सक्षमता का निर्माण.
• संक्रामक रोग, उभरते अन्य संक्रमण तथा रोकथाम के लिए औषधियों सहित स्वास्थ्य सुरक्षा.
विदित हो कि भारत वर्ष 1975 से ही यूनाइटेड किंगडम का रणनीतिक सहयोगी रहा है और अनुदानों के रूप में यूनाइटेड किंगडम से द्विपक्षीय सहयोग प्राप्त करता रहा है. डिपार्टमेंट फॉर इंटरनेशनल डबलपमेंट (डीएफआईडी) यूनाइटेड किंगडम की अनुदान एजेंसी है, जिसकी प्राथमिकता भारत में मातृत्व एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार तथा संक्रामक रोगों की रोकथाम रही है.
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