भारत संरचना वित्त कंपनी लिमिटेड (आईआईएफसीएल) ने संरचनात्मक वित्त के लिए एक्सपोर्ट-इंपोर्ट बैंक ऑफ़ कोरिया (के-एक्सिम) के साथ एक समझौते पर 17 जनवरी 2014 को हस्ताक्षर किए. आईआईएफसीएल के अनुसार, हस्ताक्षरित समझौता-ज्ञापन में बुनियादी संरचना से संबंधित परियोजना और निवेश वित्तपोषण के साथ-साथ आपसी हितों के अन्य वित्तीय क्षेत्रों में सहयोग शामिल है.
केंद्र सरकार पहले ही बुनियादी संरचना के क्षेत्र में भारी निवेश करने की योजनाएँ बना चुकी है. कोरियाई सरकार ने भी भारत में बुनियादी संरचना के विकास में गहरी रुचि दिखाई है, क्योंकि उसके पास वैविध्यपूर्ण विदेशी अनुभव है.
भारत संरचना वित्त कंपनी लिमिटेड (आईआईएफसीएल) के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक एसबी नायर और के-एक्सिम के चेयरमैन एवं अध्यक्ष किम योंग-ह्वान के बीच समझौता-ज्ञापन का आदान-प्रदान हुआ. दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति पार्क ग्वेन-ह्ये की भारत-यात्रा के दौरान आईआईएफसीएल और के-एक्सिम के बीच इस समझौता-ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए.
भारत संरचना वित्त कंपनी लिमिटेड (आईआईएफसीएल) के बारे में
आईआईएफसीएल भारत सरकार के पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी के रूप में जनवरी 2006 में निगमित किया गया था और इसने अप्रैल 2006 में कार्य करना आरंभ किया. यह मूलत: भारत संरचना वित्त कंपनी लिमिटेड (आईआईएफसीएल) नामक और मोटे तौर पर एसआईएफटीआई (सिफ्टी) के रूप में उल्लिखित एक विशेष प्रयोजन माध्यम के द्वारा व्यवहार्य बुनियादी संरचना परियोजनाओं को दीर्घावधि वित्त उपलब्ध कराता है.
मंत्रिमंडलीय समिति द्वारा 1 मार्च 2012 को अनुमोदित बुनियादी संरचना सूची के अनुसार आईआईएफसीएल से वित्तीय सहायता प्राप्त करने के पात्र सेक्टर परियोजनाओं में शामिल हैं:
परियोजनाओं में शामिल पात्र सेक्टर
• परिवहन
• ऊर्जा
• पानी
• स्वच्छता
• संचार
• सामाजिक और वाणिज्यिक बुनियादी संरचना.
• आईआईएफसीएल सार्वजनिक-निजी साझेदारी (पीपीपी) वाली परियोजनाओं को अभिभावी प्राथमिकता देता है.
एक्सपोर्ट-इंपोर्ट बैंक ऑफ़ कोरिया (के-एक्सिम) के बारे में
के-एक्सिम कोरिया सरकार द्वारा वित्तपोषित निर्यात ऋण एजेंसी है. इसकी स्थापना 1976 में हुई थी. यह गारंटियों सहित निर्यात-वित्तपोषण उपलब्ध कराती है, जिसमें व्यापार को सुविधाजनक बनाने के लिए ऋण-सेवा के अन्य रूप शामिल हैं.
के-एक्सिम कोरियाई कंपनियों के विदेशी निवेशों के बारे में भी विचार करता है. यह अपनी स्थापना के समय से ही इसने कोरिया की निर्यातोन्मुख अर्थव्यवस्था को सहयोग दिया है और विदेशों के साथ आर्थिक सहयोग सुगम बनाया है.
कोरिया के एक्सिम बैंक की प्राथमिक सेवाओं में निर्यात-ऋण, व्यापार-वित्त और गारंटी-कार्यक्रम शामिल हैं, जिनकी संरचना वैश्विक बाजारों में ग्राहकों (क्लाइंट्स) की प्रतिस्पर्धात्मकता के पूरक होने और उसे मजबूत बनाने, दोनों के सीधे प्रयास के तौर पर क्लाइंट्स की जरूरतें पूरी करने के लिए की गई है. बैंक विदेशी निवेश ऋण, प्राकृतिक संसाधन विकास ऋण, आयात-ऋण और विदेशों में व्यवसाय के अवसरों के संबंध में सूचना-सेवा भी उपलब्ध कराता है.
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