भारत सरकार के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री के रहमान खान ने नई दिल्ली में जियो पारसी योजना की शुरूआत 23 सितम्बर 2013 को की. यह योजना सत प्रतिशत केंद्रीय योजना है.
जियो पारसी योजना का उद्देश्य
भारत में पारसियों की कम होती जनसंख्या को थामने के उद्देश्य से इस योजना की शूरूआत की गई. पारसी समुदाय की मांग पर मंत्रालय ने जियो पारसी नामक इस योजना की शुरूआत की.
जियो पारसी योजना से संबंधित मुख्य तथ्य
• यह एक समुदाय चालित कार्यक्रम है जिसमें पारजोर फाउण्डेशन, बॉम्बे पारसी पंचायत और स्थानीय अंजुमन शामिल हैं.
• यह एक 100 प्रतिशत केन्द्रीय योजना है.
• इन लक्षित समूहों में बच्चों को जन्म देने की क्षमता वाले पारसी दम्पति और अपने माता- पिता तथा कानूनी संरक्षकों की सहमति से नपुंसकता जैसी बीमारियों का पता लगाने के लिए युवकों, महिलाओं, किशोरों और किशोरियों की सहायता करना शामिल है.
• योजना के अंतर्गत चिकित्सीय जांच और दूर तक पहुंच के कार्यक्रम जैसे दो घटकों को जोड़ा गया है.
• चिकित्सीय जांच को मानक चिकित्सा प्रोटोकॉल में सूचीबद्ध अस्पतालों और क्लीनिकों में कराया जाना है.
• परामर्श और दूर क्षेत्र तक पहुंच के कार्यक्रम को पारसी समुदाय की सहभागिता से चलाया जाना है.
अल्पसंख्यक मामलों का मंत्रालय
इस मंत्रालय का गठन 29 जनवरी 2006 को किया गया, इसका उद्देश्य अल्पसंख्यकों की आकांक्षाओं को पूरा करना है. इसके साथ ही उन्हें विकास के पथ पर शामिल करना है. अल्पसंख्यक मामले के मंत्रालय को यह अधिकार प्राप्त है कि वह अधिसूचित अल्पसंख्यकों से जुड़े मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करें और अल्पसंख्यक समुदायों के लाभ के लिए नीति, योजना, समन्वय, मूल्यांकन, नियामक ढांचे की समीक्षा और विकास कार्यक्रमों की रूप-रेखा तैयार करे.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation