लंदन स्थित जूलॉजिकल सोसाइटी की ओर से 16 मई 2013 को जारी एक रिपोर्ट के अनुसार विलोपन की ओर अग्रसर विश्व भर के 100 स्तनधारियों की सूची में भारतीय गैंजेटिक नदी–गंगा में पाई जाने वाली स्तनधारी डॉलफिन और देश भर के विभिन्न हिस्सों में पाये जाने वाले भारतीय हाथी शामिल हैं.
भारतीय हाथी को विलोपन की ओर अग्रसर स्तनधारियों की सूची में 17वां स्थान दिया गया है. जूलॉजिकल सोसाइटी के अनुसार 1995 में इनकी संख्या 35,000-50,000 थी लेकिन इसके पश्चात इनकी संख्या धीरे-धीरे कम होती गई.
जूलॉजिकल सोसाइटी लंदन ने इस रिपोर्ट को ईवोल्यूशनरिली डिस्टिंक्ट एण्ड ग्लोबली इनडेंजर्ड (एज) मानकों के आधार पर बनाया है. सोसाइटी के वैज्ञानिकों ने ‘एज’ स्तनधारियों के सर्वाधिक 5 फीसद को चिन्हित किया है और दुनियाभर के उन हिस्सों की पहचान की है जहाँ कि अति-विशिष्ट एवं विलोपन का सर्वाधिक खतरा झेल रहे स्तनधारियों की मौजूदगी है, उदाहरण के तौर पर अफ्रीका के मडागास्कर के लीमर.
रिपोर्ट में दक्षिण एवं मध्य अमेरिका, मडागास्कर, दक्षिण-पूर्व एशिया और दक्षिणी व पूर्वी अफ्रीका का बड़ा भूभाग स्तनधारियों के विलोपन पर बनाई गई सूची में ‘एज’ क्षेत्र के रूप में चिन्हित किये गये हैं.
जहां तक एम्फीबियन श्रृंखला का प्रश्न हैं तो इस श्रेणी में उत्तरी अमेरिका का पूर्वी एवं पश्चिमी तट, मध्य अमेरिका, दक्षिणी यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और विश्व के कुछ अन्य छोटे-छोटे भू-भागों को एज क्षेत्र के रूप में दर्शाया गया है.
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