दौलत बेग ओल्डी, लद्दाख (जम्मू और कश्मीर): भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के सी 130जे-30 सुपर हरक्यूलिस विमान ने दुनिया की सबसे उंची हवाई पट्टी दौलत बेग ओल्डी (डीबीओ) पर 20 अगस्त 2013 को लैंडिग की.
भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के सी 130जे-30 सुपर हरक्यूलिस विमान ने दुनिया की सबसे उंची हवाई पट्टी दौलत बेग ओल्डी (डीबीओ) पर एक महत्त्वपूर्ण क्षमता प्रदर्शन के तहत 20 अगस्त 2013 को लैंडिग की. कमांडिंग अधिकारी ग्रुप कैप्टन तेजबीर सिंह और ''वील्ड वाइपर'' के साथियों ने वायु सेना मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अपने गृह हवाई अड्डे हिंडन से उड़ने के बाद 16614 फीट की उंचाई पर स्थित अक्साई चीन की हवाईपट्टी दौलत बेग ओल्डी (डीबीओ) को छुआ.
दौलत बेग ओल्डी (डीबीओ)
दौलत बेग ओल्डी चीन की तरफ जाने वाले प्राचीन रेशम मार्ग पर एक महत्त्वपूर्ण अग्रिम चौकी क्षेत्र है. सेना का यह ठिकाना वर्ष 1962 के भारत चीन संघर्ष के समय बनाया गया था. उत्तरी हिमालय क्षेत्र में स्थित इस सेना के रणनीतिक ठिकाने ने अब एक बार फिर से महत्त्व प्राप्त किया. इस अड्डे को वायु सेना ने भारतीय सेना के साथ मिलकर फिर से तब सक्रिय किया जब दो इंजन वाला एएन 32 चंडीगढ़ से उड़कर 43 वर्षों के अंतराल के बाद यहां उतरा था.
विदित हो कि इस श्रेणी के विमान द्वारा सबसे अधिक उंचार्इ पर लैंडिंग की यह उपलब्धि उसे विश्व कीर्तिमान की योग्यता प्रदान करती है. यह उपलब्धि सैनिक बलों को विकसित क्षमताओं की विरासत के दोहन के योग्य बनायेगी और एक बड़े नैतिक बल प्रोत्साहन का भी काम करेगी. यह इस तथ्य को भी रेखांकित करता है कि भारतीय वायु सेना भारतीय सेना के समर्थन के लिए ऐसे दुर्गम क्षेत्रों में आपरेशन चलाने में भी सक्षम है.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation