मणिपाल यूनिवर्सिटी, कर्नाटक के मणिपाल सेंटर ऑफ नेचुरल साइसेंस के शोधकर्ताओं ने जीएसआई, जर्मनी के शोधकर्ताओं के साथ मिलकर चार नए आण्विक न्यूक्लियाई की खोज का दावा किया है, जिन्हें न्यूक्लाइड्स के चार्ट में जोड़ा जा सकता है.
यह दावा 2 सितंबर 2015 को फिजिक्स लेटर्स बी नाम की पत्रिका में प्रकाशित एक पेपर में किया गया था. यह पेपर मणिपाल यूनिवर्सिटी के मणिपाल सेंटर ऑफ नेचुरल साइसेंस के एच.एम. देवराज द्वारा प्रकाशित किया गया था.
सहयोगियों ने सुपर हेवी इलिमेंट्स के लिए संश्लेषण के नए तरीकों के विकास पर ध्यान केंद्रित किया.
न्यूक्लियाई में बरकेलियम ( Bk, परमाणु सं. 97) और नेपट्यूनियम (Np, परमाणु सं. 93) के एक– एक आइसोटोप और दो आइसोटोप अमेरिसीयम ( Am, परमाणु सं. 95) के हैं.
शोधकर्ताओं ने न्यूक्लियाई को बनाने और उसकी पहचान हेतु नई, उच्च संवेदनशील पद्धति का उपयोग किया.
इसकी खोज कैसे हुई थी?
शोधकर्ताओं ने क्यूरियम की 300–नैनोमीटर मोटी बीम पर त्वरित कैल्शियम न्यूक्लियाई से गोली चलाई. टक्कर में दो तत्वों के परमाणु न्यूक्लियाई एक दूसरे के संपर्क में आए और बहुत कम समय के लिए एक संयुक्त प्रणाली का निर्माण किया. एक सेकेंड के sextillionth हिस्से में संयुक्त प्रणाली के फिर से अलग होने से पहले दो न्यूक्लियाई ने अपने प्रोटोन और न्यूट्रॉन की संख्या की अदला– बदली की. इस अदला– बदली के बाद उत्पाद के तौर पर भिन्न आइसोटोप्स का निर्माण हुआ
आइसोटोप्स के बारे में
आइसोटोप्स किसी खास रसायनिक तत्व के प्रकार होतें हैं जिसके न्यूक्लियाई में प्रोटॉन की संख्या तो समान होती है लेकिन न्यूट्रॉन की संख्या अलग– अलग होती है. इसलिए वे संबंधित परमाणु द्रव्यमान में अलग होते हैं लेकिन उनके रसायनिक गुण एक जैसे होते हैं.

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