भूमध्य सागर के पार प्रवासी मानव तस्करों और अवैध व्यापारियों को यूरोप में आने से रोकने के लिए यूरोपीय संघ ने ‘ईयू नवफार मेड’ (EU NAVFOR Med, यूरोपीय संघ के नौसैनिक बल भूमध्य सागर) नामक एक नौसैनिक ऑपरेशन का शुभारंभ 22 जून 2015 को किया. इस ऑपरेशन में तीन चरण हैं.
यूरोपीय संघ के विदेश मंत्री ने इस नौसैनिक ऑपरेशन के पहले चरण की शुरुआत लक्जमबर्ग में की.
इसके प्रथम चरण में तस्करों के ठिकानों की सूचनाओं को एकत्रित करना, गहरे समुद्र की गश्त करना, तस्करी के नेटवर्क की निगरानी आदि को शामिल किया गया है. इसमें दस देशों, जिसमें इटली, फ्रांस, जर्मनी, ब्रिटेन, स्पेन, लिथुआनिया और शायद फिनलैंड भी, की भागीदारी शामिल हैं.
इस ऑपरेशन के अन्य दो चरणों को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) और लीबिया के अनुमोदन की आवश्यकता है.
चरण-2- बोर्ड और तस्कर नौकाओं को अक्षम करने और तस्करों को गिरफ्तार करने के लिए सक्रिय हस्तक्षेप.
चरण-3- लीबिया के जलीय क्षेत्र और अपने देश के अंदर कार्यों का विस्तार.
ऑपरेशन प्रवासियों को लक्षित नहीं होगा लेकिन उन पर लक्षित होगा जो यह उनकी मौत पर या उनके जीवन पर पैसा बनाते है. यह भी जो उनकी नावों को नष्ट करके तस्कर के व्यापार मॉडल को नष्ट करना चाहते हैं.
अकेले वर्ष 2015 में 2000 तस्कर मारे गए.
विदित हो कि‘ईयू नवफार मेड’ (EUNAVFOR Med) की स्थापना 18 मई 2015 को की गई थी. इस ऑपरेशन का मुख्यालय रोम में अवस्थित है. रेयर एडमिरल एनरिको क्रेडेनडिनो (Rear Admiral Enrico Credendino) को इसका ऑपरेशन कमांडर नियुक्त किया गया.
Now get latest Current Affairs on mobile, Download # 1 Current Affairs App
Comments
All Comments (0)
Join the conversation