वर्ष 2009 का राष्ट्रीय साम्प्रदायिक सदभावना पुरस्कार डॉ. मोहम्मद हनीफ खान शास्त्री को और वर्ष 2010 का आचार्य लोकेश मुनि को प्रदान किया गया. यह पुरस्कार भारत के उपराष्ट्रपति एम हामिद अंसारी ने 28 जुलाई 2011 को नई दिल्ली में दिया.
डॉ. मोहम्मद हनीफ खान शास्त्री को व्यक्तिगत संवर्ग में यह पुरस्कार अपनी किताबों और विचारों से साम्प्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देने के लिए दिया गया. डॉ. मोहम्मद हनीफ खान शास्त्री संस्कृत के विद्वान हैं. उन्होंने गीता और कुरान में सामंजस्य, वेद और कुरान से महामंत्र और गायत्री एवं सुरा फातिहा समेत कई पुस्तकें लिखी.
आचार्य लोकेश मुनि को (व्यक्तिगत संवर्ग में) यह पुरस्कार अपने विचारों और लेखों के द्वारा समाज में साम्प्रदायिक सद्भाव के क्षेत्र में विशेष योगदान देने के लिए प्रदान किया गया. वह एक सामाजिक कार्यकर्ता और अच्छे वक्ता हैं. आचार्य लोकेश मुनि दिल्ली स्थित स्वयंसेवी संस्था अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक अध्यक्ष हैं. जिसका उद्देश्य अहिंसा, शांति और साम्प्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देना,बालिका भ्रूण हत्या व नशे की लत को रोकने के लिए काम करना और प्राकृतिक आपदाओं के दौरान सहायता प्रदान करना है.
वर्ष 2009 के संस्थागत संवर्ग में सेंटर फॉर ह्यूमन राइट्स एंड सोशल वेलफेयर को यह पुरस्कार दिया गया. संगठन की तरफ से महासचिव सरोज खान ने यह पुरस्कार ग्रहण किया. वर्ष 1976 में पंजीकृत यह संस्था जयपुर का एक सामजिक संगठन है. यह संगठन साम्प्रदायिक सद्भाव, मानवाधिकार, राष्ट्रीय एकीकरण के साथ-साथ और जरूरतमंदों एवं वंचितों के पुनर्वास का काम करती है.
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