राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) और नेहरू युवा केंद्र संगठन (एनवाईकेएस) ने 8 जून 2015 को गंगा नदी में प्रदूषण रोकने और उसके संरक्षण में युवाओं की भागीदारी के लिए दीर्घकालीन साझेदारी स्थापित करने हेतु पांच वर्षीय समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए.
इस समझौते ज्ञापन पर युवाओं में जागरूकता पैदा करने, सार्वजनिक पहुंच गतिविधियों को प्रोत्साहन, चिकित्सीय पौधों और देशी प्रजाति के पेड़ों के वनरोपण के अभियान, ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में शौचालयों का निर्माण और सफाई को प्रोत्साहित करने, नदी में तैरते ठोस अपशिष्ट को दूर करने, जैव कृषि और स्वच्छ गांव को प्रोत्साहित करने में युवाओं की साझेदारी करने के उदेश्य से हस्ताक्षर किए गए.
समझौता ज्ञापन का उद्देश्य स्वच्छ गंगा मिशन के तहत जैव कृषि और स्वच्छ गांव को बढ़ावा देना भी है. समझौता ज्ञापन के तहत नेहरू युवा केंद्र के स्वयंसेवक गंगोत्री से गंगा सागर तक विभिन्न प्रकार के चिकित्सीय पौधों, वृक्षों और चारा फसलों के पौधे लगाएंगे.
राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) के बारे में
एनएमसीजी जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त संस्था है, जो राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण के तहत काम करती है.
एनएमसीजी एक स्वायत्त सोसायटी है जो केंद्र में वित्तीय योजना, निगरानी और समन्वय निकाय है. इससे राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण के दो उद्देश्यों-प्रदूषण के उपशमन और गंगा नदी के संरक्षण के उद्देश्य के लिए उपयुक्त राज्यस्तर कार्यक्रम प्रबंधन समूह द्वारा मदद दी जा रही है. एनएमसीजी को अपने उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए आवश्यक या आकस्मिक सभी कार्रवाई करने का अधिकार है.
नेहरू युवा केंद्र संगठन के बारे में
नेहरू युवा केंद्र संगठन युवा मामले और खेल मंत्रालय के अधीन स्वायत संगठन है, जो नेहरू युवा केंद्र के कार्य की देखरेख करता है. इन केंद्रों की स्थापना वर्ष 1972 में की गई थी, ताकि ग्रामीण युवकों को राष्ट्र निर्माण के साथ-साथ अपने व्यक्तित्व और कौशल विकास के अवसर भी उपलब्ध हो सकें.
एनवाईकेएस के पास 2.95 लाख ग्रामीण स्तर यूथ क्लब का एक नेटवर्क है जिसके अंतर्गत 13-35 वर्ष के आयु वर्ग के लगभग 8.35 मिलियन स्वयंसेवकों का नामांकन है.
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