विश्व में धातु की सबसे पुरानी वस्तु शंकु के आकार वाला तांबे के सुंऐ को पुरातत्वविदों ने इस्राइल के जॉर्डन घाटी में तेल सैफ के पुरातात्विक कैथोलिक अंत्येष्टि स्थल के मध्य से खोज निकाला. पुरातत्वविदों के दल ने पृथ्वी पर सबसे पुराने धातु की खोज एक महिला के कब्र से की.
यह तांबे का सुंआ 1.6 इंच (4.1 सेंटीमीटर) लंबा और इसकी उपरी नोक सिर्फ 0.03 इंच की है. यह 5100 ई.पू. से 4600ई.पू. के बीच की है.
पुरातत्विदों के मुताबिक मौत के समय महिला की उम्र करीब 40 वर्ष रही होगी. उसकी कमर में 1668 शुतुरमुर्ग के अंडों की खोल के बने मोतियों का कमरबंध भी मिला है. उसकी कब्र मिट्टी की ईंट साइलों से बनी थी जिसे कई बड़े पत्थरों से ढंक दिया गया था.
खोज का निष्कर्ष
- हाइफा यूनिवर्सिटी के पुरातत्ववेत्ता डैनी रोजेनबर्ग ने बताया कि महिला की कब्र से धातु का मिलना दो बातों की तरफ इशारा करता है. पहला, सुंआ का महत्व और दूसरा महिला का महत्व. यह खोज सामाजिक पदानुक्रम और जटिलता का पहला संकेत है.
- तेल असफ के पुरातात्विक स्थल के बारे में
- पहली बार बतौर पुरातात्विक स्थल तेल असफ की खोज वर्ष 1950 में की गई थी और यहां 1970 के दशक के आखिर में खुदाई का काम शुरु हुआ था. यह अब भी जारी है. 5100 ई.पू. से 4600ई.पू. के बीच यह इलाका एक गांव था.
- इस इलाके की कुछ खोजों से पता चलता है कि यह स्थान पैसे से सम्पन्न वाणिज्य के लिए एक प्राचीन अंतरराष्ट्रीय स्थान था. इसमें शामिल है–
- मिट्टी की ईंटों से बनी बड़ी इमारतें
- कई बुखारी (साइलो) जिसमें में हर एक में 15 से 30 टन गेहूं और जौ रखा जा सकता है.
- जानवरों की जली हुई हड्डियों से भरी तंदूर.
- ऑब्सिडीयन (लावा कांच) से बनी कई वस्तुएं, अनातोलिया या अर्मेनियाई मूल के ज्वालामुखी कांच (वॉल्केनिक ग्लास) और मिस्र के नील नदी के शंख और सीरिया या मेसोपोटामिया के बर्तन.
- इस खोज का विवरण पीएलओएस वन नाम के जर्नल में प्रकाशित किया गया था.
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