27 अगस्त 2015 को फ़ोर्ब्स द्वारा एशियाई समाजसेवी लोगों की सूची का 9वां संस्करण जारी किया गया. इस सूची में 13 एशिया-पसिफ़िक देशों के 40 लोगों को उनके स्मरणीय सामाजिक कार्यों के कारण शामिल किया गया है. इसमें सात भारतीय भी शामिल हैं.
इन 40 लोगों में दान देने वाले लोगों को स्थान दिया गया है साथ ही उन्हें भी स्थान दिया गया है जिन्होने किसी महत्वपूर्ण कार्य के लिए समाज में योगदान दिया है.
इन 40 लोगों के अतिरिक्त इस सूची में पहली बार नेपाल के भी एक समाजसेवी का नाम शामिल है. इसके अतिरिक्त इस सूची में सात भारतीय भी शामिल हैं :
इनफ़ोसिस के सह-संस्थापक सेनापथी गोपालकृष्णन, नंदन निलेकणी एवं एसडी शिबूलाल को उनके द्वारा स्वास्थ्य एवं शिक्षा क्षेत्र में योगदान के कारण नामांकित किया गया.
इनफ़ोसिस के सह-संस्थापक एन आर नारायणमूर्थी भी इस सूची में शामिल हैं. उन्होंने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस को पुरातन भारतीय क्लासिक्स के प्रसार के लिए 5.2 करोड़ मिलियन अमेरिकी डॉलर की राशि दान की. उन्होंने अपने पिता के स्थान पर यह पुरस्कार प्राप्त किया.
केरल के सनी वर्की को भी इस सूची में स्थान प्राप्त हुआ. वे जुलाई 2015 में अपनी 2.25 बिलियन अमेरिकी डॉलर की संपत्ति दान देने के कारण चर्चा में रहे. उन्होंने बिल गेट्स एवं वारेन बफे द्वारा चलाए जा रहे सामाजिक योगदान हेतु गिविंग प्लेज इनिशिएटिव को यह राशि दी थी. दुबई के रहने वाले वर्की, जेम्स एजुकेशन के संस्थापक भी हैं, जिसमें वे 14 देशों में 70 प्राइवेट स्कूल चलाते हैं. उन्हें पहले भी भारत के अग्रणी समाजसेवी के रूप में फ़ोर्ब्स में स्थान दिया जा चुका है.
दो अन्य भारतीय सुरेश रामकृष्णन एवं महेश रामकृष्णन भी इस सूची में शामिल हैं. दोनों ही लंदन आधारित उद्यमी हैं जो व्हिटकोम्ब एंड शाफ्ट्सबरी टेलर्स के संस्थापक भी हैं.
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