वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) ने बेंगलुरू में भारत का पहला माइक्रो एयर व्हीकल वायुगतिकी रिसर्च सुरंग की स्थापना की. सीएसआईआर द्वारा इसकी घोषणा 16 जून 2015 को की गई.
इस माइक्रो एयर व्हीकल वायुगतिकी रिसर्च सुरंग की स्थापना में रक्षा शोध एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (भारत सरकार) ने सीएसआईआर की मदद की. यह देश में अपनी तरह की पहली सुविधा है जहां स्थिर डैने, लहराते डैने और घूमने वाले डैनों से युक्ति 500 मिलीमीटर क्षमता वाले डैनों की श्रेणी वाले सूक्ष्म, विमानों का परीक्षण किया जा सकता है.
इस नवीन प्रौद्योगिकी युक्त तकनीक में ऐसे सूक्ष्म विमानों से जुड़े एयरो डायनोमिक्स, एयरो इलास्टिक जैसे मुद्दों पर हर तरह के परीक्षण किए जा सकते हैं. इस सुरंग में क्लोज्ड टैस्टर सैक्शन और ओपन जेट सैक्शन जैसी परीक्षण सुविधाएं हैं.
विदित हो कि देश में विभिन्न सुरक्षा बलों- आईटीबीपी, सीआरपीएफ, पंजाब पुलिस, एनडीआरएफ, आईडीएस और आर्टिलरी ट्रेनिक स्कूल आदि के लिए ये माइक्रो एयर व्हीकल्स विकसित किए गए हैं. इनमें स्थिर डैनों वाले ब्लैक काइट, गोल्डेन हॉक और पुष्पक जैसे बहुत ही छोटी श्रेणी के विमान हैं जिनके डैनों की कुल क्षमता 300 से 450 मिलीमीटर और वजन 300 ग्राम हैं. ये छोटे विमान दो किलोमीटर के क्षेत्र में 30 किलोमीटर तक उड़ान भर सकते हैं.
इसके अलावा अधिक ऊंचाई पर उड़ने में सक्षम मिनी यूएवी स्लावर्ल्ड को भी विकसित किया गया है, जिसका वजन दो किलोग्राम है. इसका कुल आकार 1.3 मीटर का है तथा यह 10 किलोमीटर के क्षेत्र में एक घंटे तक उड़ान भर सकता है.
Now get latest Current Affairs on mobile, Download # 1 Current Affairs App
Comments
All Comments (0)
Join the conversation