गोरखपुर उत्तर प्रदेश का एक प्रसिद्ध शहर है, जो राज्य के पूर्वी भाग में नेपाल के साथ सीमा के पास स्थित है। गोरखपुर जिले की सीमा पूर्व में देवरिया और कुशीनगर, पश्चिम में संत कबीर नगर, उत्तर में महाराजगंज और सिद्धार्थ नगर और दक्षिण में मऊ, आज़मगढ़ और अम्बेडकर नगर से लगती है। यह जिला उत्तर प्रदेश के लिए काफी खास है, क्योंकि यह यूपी का सबसे बड़ा और पुराना जिला है, जिसका मुख्यालय गोरखपुर नगर में पड़ता है। गोरखपुर के चर्चे दुनिया भर में है, क्योंकि गोरखरपुर रेलवे जंक्शन का प्लेटफॉर्म 1 दुनिया का दूसरा सबसे लंबा प्लेटफॉर्म है, जो 1355.40 मी० तक फैला हुआ है।
गोरखपुर जिला पूर्वोत्तर रेलवे में उत्तर प्रदेश राज्य का एक हिस्सा है, जिसकी जनसंख्या राष्ट्रीय स्तर पर 76वीं और राज्य स्तर पर 15वीं रैंक पर है। गोरखपुर जिले को प्रशासनिक रूप से गोरखपुर नगर निगम (2011) भी घोषित किया गया है। गोरखपुर रेलवे स्टेशन से प्रतिदिन 177 ट्रेनें गुजरती हैं, इसलिए इसे ग्रेड ए रेलवे स्टेशन माना जाता है।
गोरखपुर का पुराना नाम क्या है? जानें क्यों प्रसिद्ध है यह शहर
कटोरे जैसा है उत्तर प्रदेश का यह शहर, क्या जानते हैं आप?
गोरखपुर के अंदर कितने जिले आते हैं?
यह तो हम सभी जानते हैं कि गोरखपुर सबसे बड़ा और ऐतिहासिक शहर है, लेकिन क्या आप जानते हैं गोरखपुर के अंदर कितने जिले आते हैं। इसका क्षेत्रफल करीब 3321 वर्ग किमी तक फैला हुआ है। गोरखपुर मंडल में चार जिले हैं: गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर और महाराजगंज। आइए इन जिलों के बारे में थोड़ा विस्तार से जानते हैं-
गोरखपुर:
- गोरखपुर शहर, गोरखपुर जिले और मंडल का मुख्यालय है।
- यह राप्ती और रोहिणी नदियों के तट पर स्थित है।
- यह जिला अपने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के लिए जाना जाता है, जिसमें नाथ परंपरा से इसका जुड़ाव भी शामिल है।
- साल 2020-21 और 2021-22 के बीच जिले के सकल घरेलू उत्पाद में अच्छी वृद्धि के साथ, गोरखपुर का सकल घरेलू उत्पाद (GDP) प्रदर्शन मजबूत रहा है।
देवरिया:
- देवरिया, गोरखपुर के पूर्व में स्थित है, जिसकी सीमा उत्तर में कुशीनगर और पूर्व में बिहार से लगती है।
- इसका गठन 1946 में गोरखपुर जिले से अलग करके किया गया था।
- ऐसा माना जाता है कि जिले का नाम "देवारण्य" या "देवपुरिया" से लिया गया है।
- देवरिया की आबादी 30 लाख से ज़्यादा है।
कुशीनगर:
- कुशीनगर अपने ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के लिए जाना जाता है क्योंकि यह वह स्थान है जहां बुद्ध ने महापरिनिर्वाण प्राप्त किया था।
- यह एक लोकप्रिय बौद्ध तीर्थस्थल है, जो अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित करता है।
- जिले का प्रशासनिक नेतृत्व पडरौना करता है।
- कुशीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग 28 पर, गोरखपुर से लगभग 50 किलोमीटर पूर्व में स्थित है।
महाराजगंज:
- महाराजगंज, गोरखपुर और कुशीनगर के उत्तर में स्थित है और उत्तर में नेपाल की सीमा से लगा हुआ है।
- यह जिला गोरखपुर और कुशीनगर जिलों की सीमाएं साझा करता है।
- 2011 की जनगणना के अनुसार, महाराजगंज जिले की कुल जनसंख्या 26 लाख से अधिक है।
- जिले का भौगोलिक क्षेत्रफल 2,952 वर्ग किलोमीटर है।
गोरखपुर क्यों प्रसिद्ध है?
गोरखपुर अपने धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है, खासकर नाथ संप्रदाय के केंद्र और गुरु गोरखनाथ को समर्पित गोरखनाथ मंदिर के रूप में। यह हिंदू धार्मिक ग्रंथों के एक प्रमुख प्रकाशक गीता प्रेस और ऐतिहासिक चौरी-चौरा कांड के लिए भी जाना जाता है। इसके अलावा, यह चीनी उद्योग का केंद्र भी है और यहां एक बड़ा रेलवे स्टेशन भी है।
सबसे बड़ा रेल नेटवर्क
भारत के उत्तर प्रदेश में स्थित गोरखपुर जंक्शन को पहले दुनिया का सबसे लंबा प्लेटफार्म माना जाता था, लेकिन इसकी 1,366.33 मीटर (4,483 फीट) की लंबाई के कारण अब यह दुनिया का दूसरा सबसे लंबा प्लेटफार्म है।
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