केंद्र प्रायोजित योजना बाघ परियोजना अप्रैल 1973 में शुरू की गयी थी इसका उद्धेश्य वैज्ञानिक, आर्थिक, कलात्मक, सांस्कृतिक और पारिस्थितिक मूल्यों के लिए बाघों की आबादी के रखरखाव को सुनिश्चित करना और लोगो के लाभ, शिक्षा और मनोरंजन के लिए इसकी जैविक महत्ता को देखते हुए एक राष्ट्रीय धरोहर के रूप में हर समय इसकी रक्षा करना है। इस लेख में हम भारत के प्रोजेक्ट टाइगर रिजर्व की सूची दे रहे हैं जिसका प्रयोग विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में अध्ययन सामग्री के रूप में किया जा सकता है।
भारत के प्रोजेक्ट टाइगर रिजर्व की सूची
टाइगर रिजर्व | स्थान |
नगर्जुनासागर- श्रीशैलम कवल | आंध्र प्रदेश |
नमदाफा पखुई/पकके | अरुणाचल प्रदेश |
काजीरंगा मानस नामेरी | असम |
वाल्मीकि नगर | बिहार |
अचानकमार इंद्रावती उदंती और सीतानदी | छत्तीसगढ़ |
पलामू | झारखंड |
बांदीपुर भद्रा दंदेली- अंशी नागरहोल बी.आर हिल्स | कर्नाटक |
परम्बिकुलम पेरियार | केरल |
बांधवगढ़ कान्हा पन्ना पेंच संजय डबरी सतपुरा | मध्य प्रदेश |
मेलघाट पेंच सह्याद्री ताडोबा-अंधारी | महाराष्ट्र |
डंपा | मिजोरम |
सत्कोसिया सिमलीपाल | उड़ीसा |
मुकुंद पहाड़ी सरिस्का रणथंभौर | राजस्थान |
अन्नामलाई कलाकड़- मुन्दठुराइ सत्यमंगलम | तमिलनाडु |
कटेरीयाघाट एक्सटेंशन दुधवा | उत्तर प्रदेश |
कॉर्बेट | उत्तराखंड |
बुक्सा सुंदरबन | पश्चिम बंगाल |
उपरोक्त सूची पाठकों के सामान्य ज्ञान की बढ़ोतरी में सहायक होगा क्योंकि इसमें हमने भारत के प्रोजेक्ट टाइगर रिजर्व की सूची के नाम और स्थान जैसे तथ्यों को शामिल किया हैl
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