मध्य प्रदेश राज्य को भारत का दिल भी कहा जाता है। यह राज्य न केवल अपनी भौगोलिक स्थिति के लिए, बल्कि अपनी ऐतिहासिक धरोहर, सांस्कृतिक विविधता, और प्राकृतिक संसाधनों के लिए भी जाना जाता है। मध्य प्रदेश राज्य का 1 नवंबर 1956 को पुनर्गठन हुआ था।
इसका इतिहास, संस्कृति और विरासत अद्वितीय है। इसके कुल एरिया की बात करें, तो यह 3,08,252 वर्ग किलोमीटर है, जो इसे भारत का दूसरा सबसे बड़ा राज्य बनाता है। भारत का यह राज्य उत्तर में उत्तर प्रदेश, पश्चिम में राजस्थान, पूर्व में छत्तीसगढ़ और दक्षिण में महाराष्ट्र से घिरा हुआ है।
यहां की प्रमुख नदियों की बात करें, तो नर्मदा, ताप्ती और चंबल यहां की प्रमुख नदियों में शामिल हैं, जो कृषि और जीवनशैली के लिए बेहद महत्त्वपूर्ण हैं। राज्य में महिलाएं विभिन्न क्षेत्रों में पुरुषों के साथ कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ रही हैं। इस कड़ी में क्या आप जानते हैं कि मध्य प्रदेश के किस जिले में सबसे अधिक पढ़ी-लिखी महिलाएं हैं, यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।
मध्य प्रदेश में कुल जिले
मध्य प्रदेश में कुल 55 जिले आते हैं, जो कि 10 संभागों का हिस्सा हैं। इन संभागों में कुल 313 विकासखंड, 476 शहर, 98 नगर पालिका, 294 नगर परिषद्, 54 हजार से अधिक गांव, 50 से अधिक जिला पंचायत, 29 लोकसभा और 11 राज्यसभा सीटें हैं। इसके अतिरिक्त यहां 231 विधानसभा सीटें हैं।
मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा जिला
मध्य प्रदेश के सबसे बड़े जिले की बात करें, तो यह छिंदवाड़ा जिला है। यह जिला कुल 11,815 वर्ग किलोमीटर में है, जो कि पूरे राज्य के करीब 3.85 फीसदी हिस्से पर है।
मध्य प्रदेश का सबसे छोटा जिला
मध्य प्रदेश के सबसे छोटे जिले की बात करें, तो यह निवाड़ी जिला है। यहा जिला कुल 1170 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। पहले यह जिला टीकमगढ़ जिले का हिस्सा हुआ करता था। हालांकि, साल 2018 में इसे अलग जिले के रूप में नया जिला बनाया गया।
एमपी के इस जिले में हैं सबसे अधिक पढ़ी-लिखी महिलाएं
मध्य प्रदेश की कुल साक्षरता दर की बात करें, तो साल 2011 में यहां की साक्षरता दर 69.3 फीसदी है। इसमें से महिलाओं की साक्षरता दर 59.2 फीसदी है। वहीं, इसमें भी सबसे अधिक पढ़ी-लिखी महिलाएं भोपाल में रहती हैं। भोपाल की औसत साक्षरता दर 83.4 फीसदी है, जिसमें महिलाओं की साक्षरता दर 79.1 फीसदी है।
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