नीट यूजी 2026 और जेईई मेन्स 2026 एग्जाम में राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी बड़े बदलाव की तैयारी कर रही है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) अपने द्वारा आयोजित होने वाले एंट्रेंस एग्जाम में कैंडिडेट्स के लिए फेस बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन शुरू कर रहा है। इसे जनवरी 2026 में होने वाली JEE Main 1 और NEET एग्जाम में लागू किया जाएगा। यह नियम एग्जाम में होने वाली धोखाधड़ी और 'इंपर्सनेशन' को रोकने के लिए अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का सहारा लिया जाएगा।
यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) ने इस साल मई में NEET-UG एग्जाम के दौरान फेस ऑथेंटिकेशन किया था। यह दिल्ली के कुछ चुनिंदा सेंटर पर एक प्रूफ ऑफ कॉन्सेप्ट एक पायलट प्रोजेक्ट था. इसमें कैंडिडेट्स की पहचान वेरीफाई करने के लिए आधार-आधारित फेस ऑथेंटिकेशन शामिल था.
नए सुरक्षा नियम क्या हैं ?
- लाइव फोटो कैप्चर: फॉर्म भरते समय अब छात्रों को अपनी पुरानी फोटो अपलोड करने के बजाय वेबकैम या फोन से 'लाइव फोटो' लेनी होगी।
- फेस रिकग्निशन: परीक्षा केंद्र पर छात्रों के चेहरे के फीचर्स को स्कैन किया जाएगा और फॉर्म भरते समय ली गई फोटो से मिलान किया जाएगा।
- मल्टी-लेवल वेरिफिकेशन: बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन सिर्फ एग्जाम सेंटर पर ही नहीं, बल्कि काउंसलिंग और एडमिशन के समय भी किया जा सकता है।
नए सिस्टम से होने वाले मुख्य फायदे
इन नियमों के आने से न केवल एग्जाम देने वाले योग्य छात्रों को फायदा होगा। यह नियम और फायदे जानने के लिए आप नीचे दी गई टेबल को देखें।
| विशेषता | पुराना सिस्टम | नया (फेस बायोमेट्रिक) सिस्टम |
| पहचान का तरीका | आईडी कार्ड और पुरानी फोटो | एआई आधारित फेस रिकग्निशन |
| धोखाधड़ी पर रोक | फोटो बदलना संभव था | इंपर्सनेशन (फर्जीवाड़ा) लगभग नामुमकिन |
| समय की बचत | लंबी लाइनें और मैनुअल चेक | तेज और डिजिटल वेरिफिकेशन |
| पारदर्शिता | स्लो | बहुत अधिक |
कब होगा जेईई मेन्स 2025 सेशन 1 एग्जाम?
एनटीए की ओर से जेईई मेन्स 2026 सेशन 1 एग्जाम का आयोजन 21 जनवरी से 30 जनवरी 2026 तक किया जा रहा है। वहीं, जेईई मेन्स सेशन 2 अप्रैल में होगा। नीट यूजी 2026 का आयोजन संभावित रूप से मई में किया जा सकता है, हालांकि अभी एग्जाम डेट और नोटिफिकेशन नहीं जारी किया गया है।
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