फोरमैन का पद केंद व राज्य सरकारों के सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों और विभिन्न विभागों, रक्षा मंत्रालय एवं पैरा-मिलिट्री के विभिन्न संगठनों, विभिन्न तकनीकी शिक्षा संस्थानों, आदि में होता है. फोरमैन के नियुक्ति अलग-अलग ट्रेड्स में होती है, जैसे - केमिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स, मैकेनिकल, मेटलर्जी, माइनिंग, फूड टेक्नोलॉजी, स्टोर, आदि. फोरमैन का पद संबंधित विभाग की रिक्ति के अनुसार द्वितीय श्रेणी (गैर-राजपत्रित) कर्मचारी के रूप होती है. फोरमैन का कार्य होता है कि वह संबंधित ट्रेड के अनुसार तकनीकी पर्यवेक्षणों को पूरा करे, उपकरणों की जांच करे, उन पर किये जाने वाले कार्यों का शेड्यूल बनाये और समय-समय पर निरीक्षण करे. शैक्षणिक संस्थानों में फोरमैन का पद इंस्ट्रक्टर को होता है जिसमें संबंधित ट्रेड की कक्षाएं लेने और प्रोजेक्ट्स में निर्देशन करने जैसे कार्य करने होते हैं.
फोरमैन की भूमिका संबंधित विभाग या संस्थान के तकनीकी उपकरणों से पर किये जाने वाले कार्यों के निष्पादन के संदर्भ में बहुत महत्वपूर्ण होती है. इसलिए फोरमैन बनने के लिए आवश्यक स्किल्स में से जरूरी है कि आपको संबंधित ट्रेड में उपयोग में लाये जा रहे उपकरणों की अच्छी नॉलेज हो, उन पर कार्य करने में निपुणता हो और संस्थान या संगठन की जरूरतों के अनुसार उन्हें दुरूस्त रखने में पारंगत होना चाहिए.
फोरमैन के लिए कितनी होनी चाहिए योग्यता?
फोरमैन बनने के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार को किसी भी ट्रेड में किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग की डिग्री (बीई/ बीटेक) उत्तीर्ण होना चाहिए. कुछ ट्रेड में एमएससी डिग्री उत्तीर्ण उत्तीर्ण उम्मीदवार भी आवेदन कर सकते हैं. कुछ संगठनों जूनियर फोरमैन के पदों पर इंट्री होती है जिसके लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता इंजीनियरिंग की संबंधित विधा में डिप्लोमा उत्तीर्ण होना आवश्यक है. इसके साथ ही, उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त संस्थान में संबंधित ट्रेड में कार्य का अनुभव होना चाहिए.
फोरमैन बनने के लिए निम्नलिखित योग्यता रखने वाल उम्मीदवारों को वरीयता दी जाती है –
- संबंधित ट्रेड में उपयोग में लाये जा रहे उपकरणों की अच्छी नॉलेज.
- उन उपकरणों के इस्तेमाल के तरीकों में निपुणता.
- किसी मान्यता प्राप्त संस्थान में पूर्व कार्य अनुभव.
फोरमैन के लिए कितनी है आयु सीमा?
फोरमैन बनने के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार की आयु 21 वर्ष से 35 वर्ष के बीच हो. हालांकि, कुछ संस्थानों में अधिकतम आयु सीमा 40 वर्ष या अधिक हो सकती है. आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को अधिकतम आयु सीमा सरकार के नियमानुसार छूट दी जाती है.
फोरमैन के लिए चयन प्रक्रिया
फोरमैन के पद पर उम्मीदवारों का चयन आमतौर पर शैक्षणिक रिकॉर्ड, लिखित परीक्षा और पर्सनल इंटरव्यू के आधार पर किया जाता है. हालांकि, रिक्तियों के अनुरूप यदि कम संख्या में आवेदन प्राप्त होते हैं तो संबंधित संस्थान उम्मीदवारों की शॉर्टलिस्टिंग शैक्षणिक रिकॉर्ड और पर्सनल इंटरव्यू के आधार पर ही कर सकता है.
कितनी मिलती है फोरमैन को सैलरी?
फोरमैन के पद पर छठें वेतन आयोग के अनुरूप पे-बैंड 2 रु. 9300-34800 और ग्रेड पे 4600 के अनुसार सैलरी दी जाती है. जिन विभागों में सातवां वेतन आयोग लागू हो चुका है वहां समकक्ष लेवल 7 के अनुरूप सैलरी दी जाती है. यदि फोरमैन के पद पर संविदा के आधार पर भर्ती की जाती है तो आमतौर पर रु. 32000-35000 प्रति माह तक वेतन दिया जाता है. वहीं, राज्य सरकारों के विभागों एवं संस्थानों में वेतनमान संबंधित राज्य के समकक्ष स्तर पर निर्धारित वेतनमान के अनुसार दिया जाता है जो कि राज्य के अनुसार अलग-अलग होता है.
फोरमैन की कहां मिलेगी सरकारी नौकरी?
फोरमैन का पद केंद व राज्य सरकारों के सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों और विभिन्न विभागों, रक्षा मंत्रालय एवं पैरा-मिलिट्री के विभिन्न संगठनों, विभिन्न तकनीकी शिक्षा संस्थानों, आदि में होने के कारण इस पद के लिए रिक्तियां समय-समय पर इन्हीं संस्थानों में समय-समय पर निकलती रहती हैं. इन सभी रिक्तियों के बारे में भारत सरकार के प्रकाशन विभाग से प्रकाशित होने वाले रोजगार समाचार, दैनिक समाचार पत्रों एवं सरकारी नौकरी की जानकारी देने वाले पोर्टल्स या मोबाइल अप्लीकेशन के माध्यम से अपडेट रहा जा सकता है.
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