एएनएम अर्थात ऑक्जिलरी नर्स मिडवाइफ का पद केंद्र और राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभागों के तहत चलाये जा रहे अस्पतालों, स्वास्थ्य एवं मैटरनिटी केंद्रों, स्वास्थ्य संबंधी सरकारी परियोजनाओं, आदि में होता है. स्वास्थ्य से संबंधित किसी भी संगठन में एएनएम का पद सबसे निचला एवं कार्यकारी होता है. एएनएम का कार्य होता है कि वह अस्पताल या स्वास्थ्य कार्यक्रम या परियोजना के अनुरुप मरीजों एवं महिलाओं को सुरक्षित एवं कारगर देखभाल करे. साथ ही, राष्ट्रीय रूप से चलाये जा रहे स्वास्थ्य कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में सहयोग करे.
एएनएम की भूमिका संबंधित स्वास्थ्य कार्यक्रम के ग्रासरूट लेवल पर क्रियान्वयन के लिए समुदायों से संपर्क करे, स्वास्थ्य एवं मातृत्व सुरक्षा, आदि में लाभ को जन-जन कर संपर्क के माध्यम से पहुंचाने के संदर्भ में बहुत महत्वपूर्ण होती है. इसलिए एएनएम बनने के लिए आवश्यक स्किल्स में से जरूरी है कि आपको स्वास्थ्य संबंधी जानकारियां, रोग एवं आवश्यक उपचार व देखभाल की समझ, फील्ड में काम करने, स्थानीय जन से संपर्क स्थापित करने आदि में निपुणता हो और संबंधित अधिकारियों के निर्देशों के अनुसार योजना या कार्यक्रम के क्रियान्वयन में सहयोग प्रदान करे.
एएनएम के लिए कितनी होनी चाहिए योग्यता?
एएनएम बनने के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से विज्ञान विषयों के साथ 12वीं उत्तीर्ण होना चाहिए. हालांकि कुछ संस्थानों में न्यूनतम योग्यता 10वीं उत्तीर्ण है. इसके साथ ही, उम्मीदवार को भारतीय नर्सिंग परिषद से मान्यता प्राप्त किसी संस्थान से नर्सिंग में एएनएम को कोर्स उत्तीर्ण होना चाहिए. इसके अतिरिक्त उम्मीदवारों को संबंधित राज्य के नर्सिंग काउंसिल से पंजीकृत होना चाहिए.
एएनएम बनने के लिए निम्नलिखित योग्यता रखने वाल उम्मीदवारों को वरीयता दी जाती है –
- आम रोगों एवं उनके लिए आवश्यक उपचार व देखभाल की समझ.
- नियुक्ति क्षेत्र की स्थानीय भाषा पर अच्छी पकड़.
- स्वास्थ्य कार्यक्रमों के जरूरतों के अनुसार फील्ड विजिट और संपर्क बनाने में निपुणता.
एएनएम के लिए कितनी है आयु सीमा?
एएनएम बनने के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार की आयु 21 वर्ष से 32 वर्ष के बीच हो. हालांकि, कुछ संस्थानों में पूर्व कार्य-अनुभव के साथ अधिकतम आयु सीमा 40 वर्ष होती है. आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को अधिकतम आयु सीमा सरकार के नियमानुसार छूट दी जाती है.
एएनएम के लिए चयन प्रक्रिया
एएनएम के पद पर उम्मीदवारों का चयन आमतौर पर शैक्षणिक रिकॉर्ड और इंटरव्यू के आधार पर किया जाता है. हालांकि, रिक्तियों के अनुरूप यदि अधिक संख्या में आवेदन प्राप्त होते हैं तो संबंधित संस्थान उम्मीदवारों की शॉर्टलिस्टिंग के लिए लिखित परीक्षा का भी आयोजन कर सकता है.
कितनी मिलती है एएनएम को सैलरी?
एएनएम के पद पर छठे वेतन आयोग के पे-बैंड 1 के अनुरूप रु. 5200-19100 और ग्रेड पे 1800) के अनुसार सैलरी दी जाती है. जिन संगठनों में सातवां वेतन आयोग लागू किया जा चुका है वहां समकक्ष लेवल के अनुरूप सैलरी दी जाती है. राज्य सरकार के संस्थानों में वेतनमान लगभग रु.10,000 होता है.
एएनएम की कहां मिलेगी सरकारी नौकरी?
एएनएम का पद केंद्र और राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभागों के तहत चलाये जा रहे अस्पतालों, स्वास्थ्य एवं मैटरनिटी केंद्रों, स्वास्थ्य संबंधी सरकारी परियोजनाओं, आदि में होता है इसलिए इस पद के लिए रिक्तियां समय-समय पर इन्हीं संस्थानों में समय-समय पर निकलती रहती हैं. इन सभी रिक्तियों के बारे में भारत सरकार के प्रकाशन विभाग से प्रकाशित होने वाले रोजगार समाचार, दैनिक समाचार पत्रों एवं सरकारी नौकरी की जानकारी देने वाले पोर्टल्स या मोबाइल अप्लीकेशन के माध्यम से अपडेट रहा जा सकता है.
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