करियर में तरक्की के लिए गिरगिट बनना जरुरी (सेल्फ)

Nov 14, 2017, 18:21 IST

आज कल तो चौथी पांचवी कक्षा से ही बच्चों को पढ़ाई के दौरान करियर में कुछ करने की सीख दिया जाने लगा है.

Right Career Guidance for success in professional life
Right Career Guidance for success in professional life

आज कल तो चौथी पांचवी कक्षा से ही बच्चों को पढ़ाई के दौरान करियर में कुछ करने की सीख दिया जाने लगा है. गार्जियन उन्हें बचपन से ही आगे बढ़ने के गुर सिखाने लगते हैं.  

आगे कैसे बढ़ना चाहिए, तरक़्क़ी के क्या तरीक़े हैं, अपनी पहचान कैसे बनाएं आदि आदि . अंग्रेज़ी में एक शब्द है 'बी योरसेल्फ़'. यानि आप जो हैं, वैसे ही रहिए. आपको किसी के लिए ख़ुद को बदलने की ज़रूरत नहीं है.

ये शब्द हम कमोबेश सभी जगह सुनते हैं, यहां तक कि बहुत सी कंपनियां भी उन्हीं लोगों को नौकरी पर रखना पसंद करती हैं, जो अंदर-बाहर एक जैसे और प्रैक्टिकल होते हैं. जो अपने लिए ख़ुद के बनाए उसूलों पर चलना पसंद करते हैं.

जीवन में सफलता अर्जित करने वाले कुछ लोगों का मानना है कि आप अपने जीवन में चाहे जैसे जीना चाहते हैं जियें. अगर आपको बनावटी पन पसंद नहीं है तो कोई बात नहीं आप जैसा रहना चाहते हैं वैसे ही रहिये. इसका आपकी सफलता से कोई लेना देना नहीं है लेकिन जब बात प्रोफेशनल जिंदगी की आती है तो आपको कुछ सावधानियां बरतनी पड़ेगी.

क्योंकि करियर में कामयाबी का फ़ॉर्मूला इतनी ईमानदारी वाला नहीं है. तरक़्क़ी के साथ-साथ आपके अंदर बनावटीपन का गुर भी होना चाहिए. जो कम से कम उच्चे पद वाले ओहदों के लिए तो बेहद ज़रूरी है. वरना आप की तरक़्क़ी के रस्ते में कई रुकावटें आ सकती हैं.

कुछ कामयाब प्रोफेशनल्स का मानना है कि दफ़्तर में पूरी ईमानदारी बरतना आपके लिए नुक़सानदेह होता है.

, ''जैसे-जैसे आपकी तरक़्क़ी होती जाती है, आपकी ज़िम्मेदारियां भी बढ़ती जाती है. काम और ज़िम्मेदारी के लिहाज़ से आपका रोल बदलने लगता है. ऐसे में आपको अपना व्यवहार बदलने की ज़रूरत होती है. सबसे पहले तो आपको अपनी शख़्सियत का लोगों को यक़ीन दिलाना होता है. अपने ओहदे के मुताबिक़ आपको अपना बर्ताव बदलना होता है. हर वक़्त ईमानदारी से काम नही चलता. बनावट लाना ज़रूरी हो जाता है.''

मसलन आपको किस कर्मचारी से किस हद तक बात करनी है. कितनी बात करनी है. कौन-सी बात सबको बतानी है. कौन-सी बात सबसे छुपानी है. इन बातों का ख़्याल रखना बहुत ज़रूरी हो जाता है. अगर आप एक ज़िम्मेदार पद पर आने के बाद भी किसी नए कर्मचारी की तरह से बातें करते रहेंगे. अगर आप यह सोच कर कि आप सभी के सामने एक खुली किताब की तरह से रहना चाहते हैं, अपने आइडिया, अपनी प्लानिंग, सीनियर से हुई बातें अपने सभी साथियों से साझा करते रहेंग, तो इससे आपकी विश्वसनीयता ख़त्म हो जाएगी.

वस्तुतः बहुत से लोग ईमानदार रहने की आड़ में ख़ुद को बदलने से बचाते हैं. वो नई चुनौती के लिए तैयार नहीं होना चाहते. नई ज़िम्मेदारयां उठाने से ये कहकर बचते हैं कि वो तो ऐसे ही हैं- यह तरक्की के मार्ग में बहुत बड़ी बाधा है.

पेशेवर ज़िंदगी में आगे बढ़ने के लिए ज़रूरी है कि आप मौक़े की नज़ाकत को देखते हुए ख़ुद को कम से कम उस वक़्त के लिए बदलें.

''दुनिया में दो तरह के लोग होते हैं. वो लोग जो ख़ुली क़िताब की तरह होते हैं. जो वो होते हैं, वैसे ही दिखते हं. दूसरे वो लोग जो गिरगिट की तरह होते हैं. ज़िंदगी में कई किरदार जीते हैं. उनके अंदर क्या है, वो बाहर नहीं दिखाई देता.''

करियर में आगे बढ़ने के लिए हमें गिरगिट की तरह का व्यक्तित्व अपनाना चाहिए. जिस तरह गिरगिट मौक़े और माहौल के मुताबिक़ ख़ुद को ढाल लेता है, वैसे ही हमें भी ख़ुद को बदलना चाहिए. अपने सीनियर और जूनियर, दोनों से बात करते वक़्त अपने शब्दों के चयन का ख़याल ज़रूर करना चाहिए.

जो लोग अपने आप में मस्त रहने वाले होते हैं, वो इस बात का ज़रा भी ख़्याल नहीं रखते कि उन्हें किस के सामने कैसे बात करनी है ? वो जैसे अपने दोस्तों या रिश्तेदारों के साथ पेश आते हैं, वैसा रवैया दफ़्तर में भी अपनाते हैं. यही वजह है कि ऐसे लोग अक्सर तरक्की की रेस में पिछड़ जाते हैं. इसके विपरीत मौक़े की नज़ाकत के मुताबिक़ ख़ुद को ढालने वालों को इसी बात का फ़ायदा मिलता है. उनका गिरगिट की तरह रंग बदलना काम आता है और वो आगे बढ़ जाते हैं.

जो लोग मौक़े के मुताबिक़ ख़ुद को नहीं ढालते. सिर्फ़ अपनी शर्तों पर आगे बढ़ने की कोशिश करते हैं, उनके लिए बहुत-सी मुश्किलें आती हैं. उनकी तरक्क़ी की रफ़्तार धीमी हो जाती है. जो लोग अपनी मिसाल देते हुए कहते हैं कि उन्होंने किसी के लिए ख़ुद को नहीं बदला, बल्कि जो हासिल किया अपनी शर्तों पर किया. वो ये भूल जाते हैं कि उन्हें वो सब पाने में कितना लंबा वक़्त लगा.

आप जैसे हैं वैसे ही सबके साथ रहें, ये एक अच्छी बात है. लेकिन ये आपके करियर के लिए सही नहीं है . करियर में तेज़ रफ़्तार तरक़्क़ी के लिए गिरगिट बनना ज़रूरी है.

आप जागरण जोश पर सरकारी नौकरी, रिजल्ट, स्कूल, सीबीएसई और अन्य राज्य परीक्षा बोर्ड के सभी लेटेस्ट जानकारियों के लिए ऐप डाउनलोड करें।

Trending

Latest Education News