SSC MTS and CHSL To Be Conducted in Regional Languages: कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग ने हिंदी और अंग्रेजी के अलावा 13 क्षेत्रीय भाषाओं में कर्मचारी चयन आयोग मल्टीटास्किंग (गैर-तकनीकी) स्टाफ (एसएससी एमटीएस) और संयुक्त उच्चतर माध्यमिक स्तर की परीक्षा (एसएससी सीएचएसएल) आयोजित करने को मंजूरी दे दी है।
कार्मिक मंत्रालय ने एक प्रेस रिलीज में कहा, इससे लाखों उम्मीदवारों की चयन की संभावनाओं में वृद्धि होगी. उल्लेखनीय है कि गृह मंत्रालय ने हाल ही में क्षेत्रीय भाषाओं में सीएपीएफ कांस्टेबल जीडी परीक्षा आयोजित करने को मंजूरी दी है. कार्मिक मंत्रालय ने कहा कि क्षेत्रीय भाषाओं में एसएससी परीक्षा आयोजित करने का निर्णय विभिन्न राज्यों द्वारा अभ्यावेदन के बाद लिया गया था। केंद्रीय कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन राज्य मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि इन भर्ती परीक्षाओं में संविधान की आठवीं अनुसूची में सूचीबद्ध सभी भाषाओं को अंततः शामिल करने का प्रयास किया जा रहा है।
Now SSC MTS and CHSL to Be Conducted in Regional Languages
डिपार्टमेंट ऑफ पर्सोनेल एंड ट्रेनिंग ने एसएससी एमटीएस और सीएचएसएल परीक्षाओं को लेकर ये निर्णय लिया है. इस निर्णय के अनुसार,अब ये दोनों एग्जाम हिंदी और इंग्लिश के अलावा 13 क्षेत्रीय भाषाओं में भी आयोजित करवाए जाएंगे. कुछ समय पहले मिनिस्ट्री ऑफ़ होम अफेयर्स ने सीएपीएफभर्ती परीक्षा के लिए भी ये मंजूरी दी थी. और अब SSC MTS and CHSL भर्ती परीक्षा में भी ये बदलाव किया गया है. स्टाफ सेलेक्शन कमीशन मल्टीटास्किंग (नॉन-टेक्निकल) (SSC MTS) और कंबाइंड हायर सेकेंडरी लेवल एग्जामिनेशन (SSC CHSL) एग्जाम अब 13 क्षेत्रीय भाषाओं में भी आयोजित होगा. उल्लेखनीय है कि अभी तक ये भर्ती परीक्षाएं केवल हिंदी और इंग्लिश में आयोजित होती रहीं है.
अब किन-किन भाषाओं में आयोजित होगी SSC MTS और CHSL भर्ती परीक्षा
अभी तक एसएससी एमटीएस और सीएचएल परीक्षाएं केवल हिंदी और अंग्रेजी भाषाओं में आयोजित होतीं थी लेकिन अब ये भर्तियाँ 13 अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में भी आयोजित की जाएंगी. ये परीक्षाएं असमिया, बंगाली, गुजराती, मराठी, मलयालम, कन्नड़, तमिल, तेलुगु, उड़िया, उर्दू, पंजाबी, मणिपुरी (मीती भी), कोंकणी में आयोजित की जाएंगी. इस बदलाव से अब क्षेत्रीय भाषाओं के उम्मीदवारों को चयन का बराबर का मौका मिलेगा और उनके सफलता की संभावना में भी वृद्धि होगी.
धीरे-धीरे अन्य भाषाओं को किया जायेगा शामिल
केन्द्रीय कार्मिक मंत्री जितेन्द्र सिंह ने कहा है कि, सरकार धीरे-धीरे संविधान की आठवीं अनुसूची में सूचीबद्ध सभी भाषाओं को इसमें शामिल करने का प्रयास कर रही है.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation