भारत जैसे देशों के प्रतियोगी बाजारों में जहां हजारों से लेकर लाखों उम्मीदवार एक नौकरी पाने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं, वहां नौकरी पाने के लिए एक प्रभावशाली रिज्यूम आपकी सफलता में एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। यहां तक कि बायोडेटा (सीवी) और रिज्यूम ना केवल नौकरी पाने के लिए एक जरूरी दस्तावेज है, बल्कि भारत के सर्वश्रेष्ठ इंजीनियरिंग कॉलेजों और शीर्ष बिजनेस स्कूलों में प्रोफेशनल कोर्सों के लिए भी एक जरूरी दस्तावेज बन गया है।
इसके अलावा यह छात्रों, नौकरी पाने वाले उम्मीदवारों के लिए भी यह एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है। एक प्रभावशाली रिज्यूम आपको अच्छी नौकरी दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। जब अच्छा सीवी बनाने की बात आती है तो छात्रों, कॉलेज पास आउट और यहां तक कि वर्किंग प्रोफेशनल्स सहित भारत की आबादी का एक बड़ा हिस्सा अभी भी इसे तैयार करने के लिए संघर्ष करता है। एक अच्छा रिज्यूम आपके भविष्य के नियोक्ता को प्रभावित कर सकता है। रिज्यूम तैयार करना कोई रॉकेट साइंस नहीं है। क्या आपको अभी भी विश्वास नहीं है? चलिए ठीक है, हम नीचे कुछ ऐसे प्रमुख बिंदुओं का जिक्र कर रहे हैं, जिससे आप संतुष्ट हो सकते हैं और ये आपको मदद भी कर सकते हैं। एक प्रभावशाली रिज्यूम आपके प्रोफेशनल और एकेडमिक करियर को आगे बढाने में मददगार साबित होता है।

1. रिज्यूम का उद्देश्य
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जब नौकरी सुनिश्चित करने की बात आती है तो रिज्यूम/ बायोडेटा कई प्रयोजनों के साथ एक अच्छी नौकरी हासिल करने के काम आता है। सरल भाषा में कहा जाए तो यह शॉपिग के रूपक (मेटाफर) के रूप में समझाने का एक सर्वश्रेष्ठ तरीका है। उदाहरण के लिए जब आप बिग बाजार जैसे सुपरमार्केट में जाते हैं तो प्रोडक्ट को खरीदने से पहले आप उसके बारे में जानकारी जुटाते हैं और अपनी आवश्यकताओं के अनुसार उसके जैसे कई उत्पादों को देखकर कोई एक उत्पाद खरीदते हैं। इसी तरह, एक एचआर या नियोक्ता को अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए सही उम्मीदवार की जरूरत होती है और आपका सीवी इसका एक माध्यम बनता है जो आपकी और एचआर दोनों की मदद करता है। यह उन्हें (एचआर) आपकी प्रमुख विशेषताओं, कौशल, योग्यता और व्यक्तित्व लक्षण से रूबरू कराता है l यदि यह नियोक्ता की जरूरतों को पूरा करता है तो आपकी नौकरी को भी सुनिश्चत करने में आपकी मदद करता है। रिज्यूम सलेक्ट होने के बाद आपको एक व्यक्तिगत साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है जहां आपसे रिज्यूम में उल्लेखित चीजों के बारे में जानकारी ली जाता है l या यूं कहें कि उसे सत्यापित किया जाता है। तो, सीधे शब्दों में कहें, तो आपका सीवी एक मार्केटिंग दस्तावेज है जो नियोक्ता को आपकी स्किल्स और पर्सनालिटी के आधार पर एक विशेष जॉब प्रोफाइल का चयन करने में मदद करता है।
2. करीकुलम विटे (सीवी) बनाम रिज्यूम
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दूसरी चीज जो लोगों को अपने रिज्यूम तैयार करने में नर्वस करती है वह है रिज्यूम और सीवी को लेकर कंफ्यूजन । रिज्यूम अपेक्षाकृत लंबाई में छोटा होता है (2 पन्नों से कम) और यह आपके शैक्षिक, व्यावसायिक उपलब्धियों और कौशल (स्किल्स) का एक संक्षेप पोर्टफोलियो प्रस्तुत करता है। दूसरी ओर, करीकुलम विटे (सीवी) में विस्तृत तरीके से जानकारी दी जाती है जिसमें आपके कई पन्नों में आपके प्रोफेशनल हिस्ट्री और शैक्षणिक योग्यता का एक विस्तृत ब्यौरा होता है। इसमें उम्मीदवार अन्य विवरण के साथ रोजगार या शैक्षणिक सीट की जानकारी को भी जोड़ सकते हैं। साथ ही इसमें अन्य छोटे विवरण शामिल हो सकते हैं। अधिकांश मामलों में यह नियोक्ता की प्रक्रिया को आसान बनाता है l शैक्षणिक संस्थानों और इस तरह के अन्य संस्थानों द्वारा सीवी की मांग की जाती है।
3. लेआउट एंड फॉरमेट
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आपको बता दें कि हमने आपको पहले खरीदारी का उदाहरण दिया था, इसी को जारी रखते हुए, जैसे आप कोई ऐसा उत्पाद नहीं खरीदते हैं, जो अच्छी तरह से पैकेज ना हुआ हो। यही बात आपके रिज्यूम पर भी लागू होती है। यदि आपका रिज्यूम अच्छी तरह से बना हुआ है और प्रोफेशनल तरीके से तैयार किया गया है तो यह नियोक्ताओं का ध्यान आकर्षित करता है। आपके प्रोफेशनल रिज्यूम का फॉर्मेट और लेआउट बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। एक लेआउट के लिए एक सरल गूगल सर्च आपको लाखो सर्च विकल्पों और परिणामों को प्रस्तुत करता है और उसमें से सही विकल्प की तलाश करें। जिस क्षेत्र में आप नौकरी की तलाश कर रहे हैं, उस फील्ड के बारे में जानना आवश्यक है l यह भी जानना चाहिए कि उस फील्ड में किस प्रकार के सीवी स्वीकार किए जाते हैं। फिर उसके हिसाब से नौकरी के लिए सीवी तैयार करना चाहिए। आपको हमेशा ध्यान रखना चाहिए कि आपका रिज्यूम स्टाईलिश होना चाहिए जो नियोक्ता को पहली नजर में प्रभावित कर सके और गैर पेशेवर दिखने से परहेज करना चाहिए।
याद रखें, रिज्यूम:
- सरल होना चाहिए,
- प्रभावशाली होना चाहिए,दिखावटी नहीं
- व्यावसायिक होना चाहिए,बोरिंग नहीं
- साधारण फॉन्ट और केवल काले और सफेद रंग का प्रयोग होना चाहिए।
आप रिज्यूम तैयार करने के लिए विभिन्न फॉर्मेट और लेआउट का प्रयोग कर सकते हैं, क्योंकि यह आपको नकारात्मक प्रभाव छोड़े बिना भीड़ से अलग पहचान दिलाता है l साक्षात्कारकर्ता के मन में एक अच्छी छवि बनाता है। यह भी याद रखना चाहिए कि फॉर्मेट और लेआउट में हर 6 महीने के दौरान बदलाव होते रहता है, इसलिए यह जरूरी है कि आपको इसके अनुसार ही अपने रिज्यूम को अपडेट करते रहना चाहिए।
4. व्यक्तिगत जानकारी- इसे संक्षिप्त रखें
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उम्मीदवार अपने सीवी के अंदर जानकारी के रूप में अपनी व्यक्तिगत जानकारी को भी शामिल करते हैं। सामान्य प्रवृत्ति में ऐसा छोटे रियल एस्टेट सेक्टर के लिए किया जाता है। आपकी व्यक्तिगत जानकारी एक सटीक और सामने वाले को समझाने के लिए सरल और आसान भाषा में प्रस्तुत की जानी चाहिए। मौजूदा रुझान के अनुसार, आप अपनी सामान्य जानकारी जैसे- कम्युनिकेशन / पत्राचार का पता, फोन नंबर और ईमेल आईडी जैसी अपनी बुनियादी व्यक्तिगत जानकारी को रिज्यूम के टॉप में शामिल कर सकते हैं जिस पर आसानी से नजर पड़ती है।
5. करियर लक्ष्य और उद्देश्य (करियर ऑब्जेक्टिव और गोल्स)
अगली महत्वपूर्ण बात यह है कि आपको एक रिज्यूम में अपने करियर लक्ष्यों, करियर उद्देश्यों को हाइलाइट करना चाहिए। करियर के उद्देश्य एक नियोक्ता को उम्मीदवार के सपनों को समझने में मदद करते हैं। उम्मीदवार को अपने उन दीर्घकालिक लक्ष्यों को उजागर करना चाहिए जो यथार्थवादी और व्यावहारिक हों। अक्सर सीवी बनाते समय उम्मीदवार सबसे बड़ी गलती यह करते हैं कि वह सामान्य रिज्यूम के फॉर्मेट से अपने करियर लक्ष्यों को कॉपी कर लेते हैं या फिर कुछ प्रसिद्ध कोट (उद्धरण) को अपने रिज्यूम में डाल देते हैं। ऐसा करने से आपको मिलने वाली नौकरी भी आपके हाथ से जा सकती है। दूसरों के सीवी से करियर ऑब्जेक्टिव (उद्देश्य)/कोट को कॉपी करना आपको एक ऐसे इंसान के रूप में प्रस्तुत करता है जिसे अपने भविष्य को लेकर कोई स्पष्टता नहीं है। यह उम्मीदवार को ऐसे प्रस्तुत करता है जो अपने भविष्य की परियोजनाओं के बारे में स्पष्ट नहीं है। तो, हमेशा अपने करियर के उद्देश्यों को परिभाषित करने के लिए अपने ही शब्दों का चयन करने की कोशिश और उन्हें लिखने के लिए प्रयास करना चाहिए। ऐसा करने से आपको साक्षात्कार के दौरान अच्छी मदद मिलेगी।
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6. पेशेवर अनुभव और उपलब्धियां (प्रोफेशनल एक्सपीरियंस एंड अचीवमेंट्स)
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यह शायद आपके रिज्यूम का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है और उम्मीदवार को अपने सीवी में अपने सभी व्यावसायिक अनुभव और उपलब्धियों को एक सटीक सारांश के रूप में शामिल करना चाहिए। जहां तक व्यावसायिक अनुभव का सवाल है, यदि आप किसी एक संस्थान में काम करते हैं तो आपको स्पष्ट रूप से इसे एक सेक्शन में प्रस्तुत करना चाहिए। इसमें आपके कार्य समय की अवधि को शामिल करना चाहिए जिसमें आपकी जिम्मेदारियों से लेकर नौकरी के बारे में जानकारी शामिल होनी चाहिए।
उपलब्धि के मोर्चे पर, इसमें सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है; कई उम्मीदवार अपनी छोटी सी कामयाबी को भी एक बड़ी उपलब्धी के रूप में प्रदर्शित करते हैं, जिससे हर हाल में बचा जाना चाहिए। आपको केवल उन पेशेवर उपलब्धियों को शामिल करना चाहिए जिससे की आपके चयन होने के आसार बढ़ जाएं। आपकी उपलब्धियां स्पष्ट होनी चाहिए और जिससे आपको अपने दावे की रक्षा करने में मदद मिलेगी। उदाहरण के लिए यदि आप अपने सीवी में जिन चीजों का उल्लेख करते हैं तो उनके दस्तावेज अपने साथ रखें तांकि साक्षात्कार में जरूरत पड़ने पर आप उन्हें प्रस्तुत कर सकें।
7. शैक्षणिक योग्यता (एजूकेशनल क्वालिफिकेशन)
एक नियोक्ता के लिए आपकी शेक्षणिक योग्यता बहुत महत्वपूर्ण होती है, क्योंकि यह न केवल आपके दावों की पुष्टि करता है बल्कि आपके व्यक्तित्व की एक झलक भी प्रदान करता। यह स्पष्ट रूप से साबित करता है कि कैसे आपने पिछले कुछ वर्षों के दौरान एकेडमिक प्रदर्शन किया था, जो आपके भविष्य कि दिशा की झलक भी पेश करता है। ध्यान रखें शैक्षणिक योग्यता ऐसी होती है जिसमें आप बदलाव नहीं कर सकते हैं और आप इसे केवल एक सम्मानजनक तरीके से पेश कर सकते हैं। अपनी पढ़ाई की सम्मानजनक प्रस्तुति ऐसे करें कि साक्षात्कारकर्ता को अपनी उपलब्धियों के बारे में बताने पर आपको गर्व महसूस हो सके।
इसलिए, सुनिश्चित करें कि आप बहुत ही स्पष्ट और सटीक तरीके से अपनी शैक्षणिक योग्यता को पेश कर रहे हैं। डिग्री का उल्लेख करें, जहां से आपने स्नातक की उपाधि हासिल की है और कॉलेज और वर्ष का उल्लेख भी करें। इसके लिए एक तालिका का सहारा भी ले सकते हैं जिसमें आप अपनी स्कूली शिक्षा और स्नातक स्तर की पढ़ाई के अलावा, एक सर्टिफिकेट कोर्स जैसी अन्य छोटी योग्यता, व्यावसायिक प्रशिक्षण, कौशल विकास कार्यशालाओं का विवरण शामिल कर सकते हैं। ऐसा करने से आपके सलेक्ट होने की संभावना बढ़ जाएगी।
8. इंटरेस्ट और हॉबीज (रूचि और शौक)
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यह एक वैकल्पिक सेक्शन है जिसे आप अपने एक हिस्से के रूप में शामिल कर सकते हैं। इस सेक्शन के तहत, आप विभिन्न रूचि और शौक को शामिल कर सकते हैं और अपने सामान्य व्यावसायिक जिम्मेदारियों को अलग से शामिल कर सकते हैं। लेकिन, कई उम्मीदवार ऐसी गतिविधियों को भी शामिल करते हैं जो उनके रूचि के क्षेत्र से संबंधित नहीं है, जिससे समस्याएं पैदा हो सकती हैं। इसलिए केवल उन्हीं शौकों को शामिल करें जिनमें आप वास्तव में रूचि रखते हैं। उदाहरण के लिए आप रीडिंग को अपनी हॉबी के रूप में मेंशन करते हैं, तो आपके अपने पंसदीदा लेखक और उसकी किताबों के बारे में जानकारी होनी चाहिए। एक और बात यह है कि रूचियों के बारे में स्पेशफिक रहें, रीडींग को अपनी हॉबी के रूप में शामिल करने की बजाय आप खेल, फुटबाल या ईपीएल का उल्लेख कर सकते हैं। इससे साक्षात्कारकर्ता संकीर्ण सवाल पूछने से बचेगा और इससे संबंधित प्रासंगिक सवाल ही पूछेगा।
9. भाषा और लहजा (लैंग्वेज एंड टोन)
अभी तक हमने सभी महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में बात कर ली है जो अपको अपने रिज्यूम में अनिवार्य रूप से शामिल कर लेना चाहिए। सामान्य भाषा और टोन में बात करें। रिज्यूम एक पेशेवर दस्तावेज है जो आपके भविष्य के नियोक्ता के सामने आपके इंप्रेशन को प्रस्तुत करता है। कहा जाता है कि आपका पहला इंप्रेशन सबसे ज्यादा मायने रखता है। तो, यह सुनिश्चित करें कि रिज्यूम में उल्लेखित भाषा और टोन पेशेवर हो। किसी भी आकस्मिक शब्द या भाषा के प्रयोग से बचें और उन्हीं शब्दों का उल्लेख करें जिसके बारे में आप सुनिश्चित हों। इसलिए आपको सुसंगत टोन के रूप में अच्छी तरह से साक्षात्कार प्रक्रिया को अपनाए रखने की सलाह दी जाती है।
10 अन्य मुख्य बिंदु
हम पहले ही उन सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं के बारे में बात कर चुके हैं जो रिज्यूम से संबंधित है। यहां कुछ मामूली कारक बताये जा रहे हैं जिन पर आपको ध्यान देना चाहिए हैं। विवेकपूर्ण रहें, लेकिन सीमित स्थान में बहुत ज्यादा जानकारी शेयर ना करें।
- शॉर्ट में जानकारी को सटीक रूप से रखें और अनावश्यक चीजों का उल्लेख करने से बचें।
- अपने रिज्यूम में फैंसी फोंट या अपमानजनक शैलियों का प्रयोग करने से बचें।
- रिज्यूम में फर्स्ट पर्सन का उल्लेख करते समय, ''आई डीड...,'आई वॉज....' 'माई ग्रेड्स....' जैसे शब्दों का प्रयोग करने से बचें क्योंकि नियोक्ता और साक्षात्कारकर्ता पहले से ही इस बारे में जानते हैं।
- व्याकरण की गलतियों और वर्तनी त्रुटियों से बचें।
- स्कूल के दिनों के दौरान बनाई गयी crazydude@xyz.com जैसी ई मेल आईडी का प्रयोग करने से बचें और पेशेवर ईमेल आईडी प्रदान करें।
- यदि आप अपने रिज्यूम में संदर्भ (रिफेरेंस) को शामिल कर रहे हैं तो यह सुनिश्चित करें की वह संपर्क डिटेल सही हों।
- यदि आपके परिवार में वरिष्ठ लोग हैं तो एक बार सीवी को उनसे चेक करवा लें, क्योंकि इससे आपकी गलतियां पकड़ में आ जाएंगी।
उपरोक्त जानकारियों से आप अपने रिज्यूम को बेहतर बना सकते हैं। यदि आपको लगता है कि कुछ छूट गया है तो इसमें महत्वपूर्ण बिंदुओं को शामिल कर लें। अगर समय हो तो कमेंट वाले बॉक्स में कमेंट करें और आर्टिकल के बारे में अपनी राय दें।
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