किसी भी छात्र के पेशेवर जीवन की रुपरेखा उसके कॉलेज जीवन में ही निर्धारित की जाती है. आप जिस तरीके के गुण और कौशल का विकास अपने अन्दर करते हैं उसी के आधार पर कॉलेज के बाद आपकी प्रोफेशनल लाइफ निर्धारित होती है. इसलिए अपने भविष्य को सुरक्षित बनाने के लिए इस दौरान जिस चीज को ज्यादा सीखने की जरुरत होती है वो है 'टाइम मैनेजमेंट' का हुनर सीखना.
कॉलेज में पढ़ाई के दौरान छात्रों को बहुत सारी एक्टिविटी में एक साथ भाग लेना होता है. ये एक्टिविटी जीवन में संभावनाओं के कई द्वार खोलते हैं. इसलिए कैम्पस में जो कुछ भी हो रहा है उसमें हिस्सा लेते हुए अपनी पढ़ाई को पूरा करने के लिए टाइम मैनेजमेंट के स्किल की जानकारी बहुत जरुरी है. इस दौरान अन्य गतिविधियों पर ध्यान न देते हुए सिर्फ पढ़ाई में ही लगे रहना बिलकुल उचित नहीं है. जीवन में ओवरऑल डेवेलपमेंट के लिए करिकुलर एक्टिविटीज में भाग लेना भी जरुरी होता है. लेकिन इसका भी ध्यान रखना जरुरी है कि इससे आपकी पढ़ाई बाधित न हो. इसलिए आपको आपने टाइम को सही तरीके से मैनेज करना होगा.

छात्रों के लिए समय प्रबंधन क्यों महत्वपूर्ण है?
हम अक्सर कॉलेज के छात्रों को कहते सुनते हैं कि क्या करें हमें वक्त ही नहीं मिलता. उनकी शिकायत होती है कि अपने सभी कार्यों को पूरा करने के लिए उनके पास पर्याप्त समय नहीं होता है. लेकिन अगर सच पूछा जाय तो यह कहीं न कही छात्र के टाइम मैनेजमेंट की असफलता को दर्शाता है. दरअसल समय की कमी नहीं होती है. कमी तो सही टाइम मैनेजमेंट की कला में होती है. यह आप पर निर्भर करता है कि आप उसे कैसे मैनेज करते हैं ? प्रसिद्ध मोटिवेशनल स्पीकर माइकल अल्टशुलर ने लिखा है कि बुरी खबर यह है कि समय को पंख होते हैं वह बहुत जल्दी निकल जाता है( समय उड़ जाता है) तथा अच्छी खबर यह है कि आप पायलट हैं.
प्रत्येक छात्र अपने समय का पायलट खुद ही होते हैं और वे इसे खुद ही मैनेज कर सकते हैं तथा अपने सभी कार्यों के लिए पर्याप्त समय आवंटित कर सकते हैं. और हाँ इसके लिए बहाने बनाना उचित नहीं है. अगर आपके प्रोफ़ेसर ने आपको कोई असाइनमेंट दिया है और उसे किसी निश्चित समय तक पूरा करना है तथा आप उसे सही समय पर पूरा नहीं कर पाते तो इससे आपका ग्रेड प्रभावित होता है. अतः छात्रों की सुविधा के लिए नीचे टाइम मैनेजमेंट से सम्बन्धित कुछ टिप्स दिए गए हैं -
भटकाव से दूर रहें
अपने लिए एक अध्ययन स्थान और एक अध्ययन समय निर्धारित करें. जो भी समय आप अपने अध्ययन के घंटे के लिए तय करते हैं चाहे वह सुबह का समय हो या देर रात का, यह सुनिश्चित करें कि आप एक ही समय और स्थान पर पढ़ें तथा हर रोज़ एक निश्चित समय के दौरान अध्ययन करने की आदत डालें. अपने मोबाइल को स्विचऑफ़ रखें ताकि आप पढ़ते वक्त विचलित न हों.
टास्क पर फोकस करें
हर कार्य को जिम्मेदारी के साथ करें. आपको कोई भी काम दिया गया हो उसे ईमानदारी पूर्वक समय रहते पूरा करने की कोशिश करें. अगर आप पढ़ाई कर रहे हैं, तो पूरे मनोयोग से करें तथा अगर आप कोई फंक्शन सेलिब्रेट कर रहे हैं, तो उसका भी जमकर आनंद लें. यदि आप पार्टी मनाते समय अपने पढ़ाई की चिंता करने लगेंगे तो आप ना ही पार्टी को इंज्वाय कर पाएंगे और ना ही पढ़ाई कर पाएंगे. दोनों ही काम अधूरे रह जायेंगे. इसलिए एक समय में एक ही काम टास्क के रूप में करें. इससे कार्य में सफलता की संभावना बढ़ जाती है.
अपने लिए कार्यों की एक योजना तैयार कीजिये
अपने कार्यों की लिस्ट के लिए कैलेंडर बनाना एक शानदार तरीका हो सकता है. इससे किसी कार्य को कितने समय में पूरा करना है इसकी पूरी जानकारी होने से आप समय रहते ही काम को पूरा कर सकते हैं. उदाहरण के लिए अगर आपका एग्जाम नजदीक आ रहा है तो आपको किस विषय पर कितना समय देना है ? उसे कब तक कम्प्लीट कर लेना है ? आदि से संबधित टू-डू कैलेण्डर बना लें तो आप परीक्षा से पूर्व अपना कोर्स पूरा करने में सक्षम होंगे तथा परीक्षा में अच्छे नंबर भी पाएंगे.
चेकलिस्ट का उपयोग करें
एक बार अपना कैलेंडर सुनिश्चित करने के बाद आप चेकलिस्ट का प्रयोग करना नहीं भूलें. आप उन सभी कार्यों को चेक करें जिन्हें आज आपको करना था तथा अगर उसमें से कुछ अधूरा रह गया तो पहले उसे पूरा करने की कोशिश करें. इससे आपका कोई भी काम पेंडिंग नहीं रहेगा.
अपनी प्राथमिकताएं निर्धारित करें
एक चेकलिस्ट और कैलेंडर भी तभी काम आते हैं जब आपकी प्राथमिकताएं निर्धारित होती हैं. प्राथमिकताओं के बिना तो ये सारे बेकार हैं. अपनी समय सीमा तथा क्षमता के आधार पर अपने काम को प्राथमिकता दें. जैसे अगर आपको सुबह तथा दोपहर के लेक्चर की तैयारी करनी है,तो पहले सुबह के लेक्चर की तैयारी करें. क्योंकि अगर किसी कारण वश आप दोपहर के लेक्चर की तैयारी नहीं कर पाते हैं तो आप बीच के समय में उसकी तैयारी कर सकते हैं.लेकिन अगर आपने सुबह की बाजय दोपहर के लेक्चर की तैयारी यह सोचकर की है कि सुबह वाले लेक्चर की तैयारी देर रात या अर्ली मॉर्निंग कर लेंगे और किसी कारण वश नहीं कर पाते, तो आप लाख कोशिशों के बावजूद भी सुबह के लेक्चर में अपना सही प्रदर्शन नहीं कर सकते हैं. अतः हमेशा अपनी प्राथमिकतायें तय करें.
समय का ख्याल रखें
हर कार्य को समय पर पूरा करने की कोशिश करें अन्यथा आपकी सारी योजनाएं धरी की धरी रह जाएंगी .आप चाहे कितने भी प्रतिभाशाली क्यों न हो लेकिन आप कोई काम अगर समय पर पूरा नहीं कर पाते हैं तो सब बेकार है.आप कभी भी वांछित परिणाम नहीं प्राप्त कर सकते हैं. इसलिए समय का ख्याल रखते हुए अपना सारा काम निर्धारित अवधि में ही पूरा करें. इससे आपका जीवन सरल होगा तथा आप तनाव रहित रहेंगे.
कॉलेज स्टूडेंट अगर एक बार टाइम मैनेजमेंट की कला में निपुण हो जाते हैं तो सफलता हमेशा उनके चरण चूमती है. वे विपरीत परिस्थतियों में भी सफलतापूर्वक सयंम के साथ काम करते हुए वांछित परिणाम को प्राप्त करते हैं.