आइआइएम और दूसरे टॉप बिजनेस स्कूलों में एडमिशन के लिए कॉमन एडमिशन टेस्ट (कैट) आगामी 25 नवंबर को आयोजित किया जाएगा यानी तैयारी के लिए करीब तीन महीने का वक्त बचा है। इस प्रतिष्ठित परीक्षा में अच्छा अंक पाकर सफल होने के लिए जरूरी है कि रणनीति के साथ इसकी तैयारी की जाए। इसके लिए कुछ महत्वपूर्ण टिप्स बता रहे हमारे एक्सपर्ट गौरीशंकर झा....... |
कॉमन एडमिशन टेस्ट (कैट) हर साल आयोजित किया जाता है। यह कंप्यूटर आधारित परीक्षा है। इसी के आधार पर छात्रों को 20 इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आइआइएम) तथा 100 से अधिक प्रतिष्ठित गैर-आइआइएम संस्थानों में दाखिला दिया जाता है। इस परीक्षा में 100 प्रश्न आते हैं, जो कुल तीन सेक्शंस (क्वांटिटेटिव एबिलिटी, वर्बल ऐंड रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन तथा डाटा एंटरप्रेटेशन ऐंड लॉजिकल रीजनिंग) से मिलाकर पूछे जाते हैं। पेपर में प्रश्न दो तरह के-मल्टीपल च्वाइस और नॉन-मल्टीपल च्वाइस होते हैं। नॉन-मल्टीपल च्वाइस में प्रश्नों का जवाब लिखना पड़ता है और इसके लिए कोई निगेटिव मार्किंग नहीं होती। यह परीक्षा 3 घंटे की है। परीक्षा का एक महत्वपूर्ण पहलू यह भी है कि इसमें हर सेक्शन के प्रश्नों को एक निर्धारित क्रम में हल करना होता है।
शेड्यूल बनाकर पढ़ाई
कैट में सफलता पाने के लिए बहुत फुलप्रूफ तैयारी की जरूरत होती है। अन्य कई परीक्षाओं की तरह यह भी अप्रत्याशित परीक्षा मानी जाती है और हर साल अपने प्रश्नों के गठन से छात्रों को चकित भी करती है। इसलिए अधिकतर छात्र एग्जाम से करीब 6-7 महीने पहले इसकी तैयारी में लग जाते हैं। वैसे सही प्लानिंग के साथ 3 से 4 महीने की तैयारी करके इस एग्जाम को बड़ी आसानी से क्रैक किया जा सकता है। लेकिन इसके लिए सबसे पहले आपको अभी से शेड्यूल बनाकर पढ़ाई करनी होगी। कम से कम 6 से 8 घंटे रोजाना पढ़ना होगा, ताकि तीनों सेक्शंस को 2-2 घंटे का समय दे सकें। बाकी 2 घंटे का समय रोजाना मॉक टेस्ट की प्रैक्टिस में दीजिए।
पढ़ाई करते हुए अपनी कमजोरी और ताकत का मूल्यांकन करने में इससे मदद मिलेगी। जिन प्रश्नों को हल करने में आपका प्रदर्शन खराब रहा है, उन्हें हल करने के लिए विभिन्न शॉर्ट कट्स और ट्रिक्स सीखने होंगे। इसके अलावा, कैट की तैयारी के लिए सही स्टडी मैटीरियल का चुनाव सोच-समझकर करने की जरूरत है, क्योंकि बहुत हद सफलता का दारोमदार इसी पर निर्भर करता है कि आप किस स्तर के स्टडी मैटीरियल से तैयारी कर रहे हैं। किताबों के अलावा फंडामेंटल कॉन्सेप्ट समझने के लिए इंटरनेट और वीडियो लेक्चर्स की मदद ली जा सकती है। एक और चीज जो ध्यान में रखनी होगी, वह है स्पीड और एकुरेसी। कैट के लिए स्पीड और एकुरेसी में सही संतुलन होना बेहद जरूरी है। इस एग्जाम में 80-90 प्रतिशत एकुरेसी लेवल मेंटेन रखकर ही हाई पर्सेंटाइल हासिल किया जा सकता है।
महत्वपूर्ण बातें योग्यता: 50 प्रतिशत अंकों से ग्रेजुएट हों। ग्रेजुएशन के अंतिम वर्ष के छात्र भी इसके लिए अप्लाई कर सकते हैं। कैसे करें आवेदन: स्टूडेंट इसके लिए ऑनलाइन माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। आवेदन की अंतिम तिथि: 19 सितंबर, 2018 परीक्षा की तिथि: 25 नवंबर, 2018 http://iimcat.ac.in |
ऐसे करें विषयों की तैयारी
क्वांटिटेटिव एप्टिट्यूड: इस सेक्शन के अंतर्गत कुल करीब 20 चैप्टर्स हैं, जिनसे अक्सर प्रश्न पूछे जाते हैं। अगर अच्छा पर्सेंटाइल चाहते हैं, तो इन सभी चैप्टर्स की तैयारी कर लीजिए। अगर सभी चैप्टर्स पर आपकी पकड़ बन जाती है, तो डिफिकल्ट प्रश्नों को अगर एग्जाम में नहीं भी ट्राई करते हैं, तब भी प्रत्येक चैप्टर के ईजी और माडरेट लेवल के प्रश्नों को हल करके अच्छा अंक पाया जा सकता है। इसकी प्रैक्टिस के लिए प्रत्येक चैप्टर के फंडामेंटल सेक्शन से 30 प्रश्न और 30 एडवांस्ड लेवल के प्रश्नों को एग्जाम तक हल कर लीजिए। इस तरह सभी 20 चैप्टर्स को मिलाकर करीब 1200 प्रश्न आप हल कर लेंगे और इससे अच्छी तैयारी भी हो जाएगी।
वर्बल एबिलिटी: एग्जाम में करीब 80 से 90 प्रतिशत प्रश्न कॉम्प्रिहेंशन, पैरा जंबलिंग और क्रिटिकल रीजनिंग से ही आते हैं। इसमें कॉम्प्रिहेंशन को ज्यादा प्राथमिकता देने की जरूरत है। कॉम्प्रिहेंशन की बेहतर तैयारी के लिए रोजाना राष्ट्रीय अखबार और पत्रिकाएं पढ़ें। अंग्रेजी मूवी देखें। कोशिश करें कि एग्जाम तक करीब 250 से 300 कॉम्प्रिहेंशन की तैयारी हो जाए। ये कॉम्प्रिहेंशंस आप अलग-अलग क्षेत्रों (इकोनॉमिक्स, पॉलिटिकल साइंस, करेंट अफेयर्स, साइंस एवं टेक्नोलॉजी आदि) से अटेम्प्ट करें। पैरा जंबलिंग व क्रिटिकल रीजनिंग को अधिक से अधिक प्रैक्टिस करके सुधार सकते हैं। अच्छा अंक पाने के लिए इस सेक्शन में आपकी एकुरेसी 80 से 90 प्रतिशत तक होनी चाहिए।
डाई ऐंड एलआर: एग्जाम में डाटा एंटरप्रेटेशन ऐंड लॉजिकल रीजनिंग से नंबर क्रंच और लॉजिकल पजल्स से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। इसकी अच्छी तैयारी के लिए 300-400 पजल्स की प्रैक्टिस करें। इसके लिए जार्ज समर की बुक उपयोगी हो सकती है। इसके अलावा, पुराने पेपर्स और मैट, सीमैट जैसी अन्य परीक्षाओं के पेपर्स से भी तैयारी में काफी मदद मिल सकती है।
(दिल्ली स्थित करियर मेंटर के डायरेक्टर)
प्रस्तुति: धीरेंद्र पाठक
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