नौकरी ढूंढने वाले हर व्यक्ति या प्रोफेशनल के मन में यह सवाल आता है कि, “भारत का एम्प्लॉयमेंट हब किस शहर को कहा जाता है?” इसका जवाब उतना सीधा नहीं है, जितना आप सोचते हैं। भारत कई शहरों का मिश्रण है, जहां हर शहर का अपना एक नजरिया है। यहां के बड़े शहरों में स्टार्टअप, कॉर्पोरेट और सरकारी नौकरियां आपस में जुड़ी हुई हैं। लेकिन इस पूरी प्रतिस्पर्धा में एक शहर हमेशा सबसे आगे रहता है। यह एक ऐसी जगह है, जहां मौके कभी खत्म नहीं होते और हर कोने में नए आइडियाज जन्म लेते हैं। कुछ शहर किसी एक सेक्टर में आगे हैं, तो कुछ सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ रहे हैं। हाल की Foundit इनसाइट्स ट्रैकर रिपोर्ट के अनुसार, बेंगलुरु और मुंबई जैसे मेट्रो शहरों में नौकरियों के अवसर तेजी से बढ़ रहे हैं।
यह बढ़ोतरी मुख्य रूप से टेक और STEM भूमिकाओं की वजह से हो रही है। सभी STEM नौकरियों (38.7 लाख) में से आधे से ज्यादा मेट्रो शहरों में हैं। इनमें बेंगलुरु 16% के साथ सबसे आगे है। इसके बाद दिल्ली NCR (12%) और हैदराबाद (9%) का स्थान है। मुंबई में 7% नौकरियां हैं, जबकि चेन्नई, पुणे और कोलकाता को मिलाकर STEM हायरिंग में 9% की हिस्सेदारी है। अहमदाबाद, लखनऊ, जयपुर जैसे टियर-2 शहरों में भी STEM नौकरियों के मौके बढ़ रहे हैं। आइए जानते हैं कि भारत में 'एम्प्लॉयमेंट हब' का खिताब असल में किस शहर को मिलना चाहिए।
Employment Hub of India: जानें नौकरी के मौकों में कौनसा शहर है सबसे आगे
भारत का असली एम्प्लॉयमेंट हब वह जगह है, जहां आइडियाज को मौके मिलते हैं। सबसे अच्छे शहर वे हैं, जो अलग-अलग क्षेत्रों में नौकरी के कई अवसर देते हैं। यह एक ऐसी जगह है, जहां प्रोफेशनल्स को तरक्की करने और काम करने का एक अच्छा माहौल मिलता है। नीचे देखें कि भारत का एम्प्लॉयमेंट हब किस शहर को कहा जाता है:
बेंगलुरु क्यों है सबसे खास?
जब भारत में टेक नौकरियों की बात आती है, तो बेंगलुरु पहली पसंद है। इसे अक्सर “भारत की सिलिकॉन वैली” कहा जाता है। यह IT, AI और स्टार्टअप्स की सबसे बड़ी कंपनियों का केंद्र है। इंफोसिस, विप्रो, TCS और कई ग्लोबल कंपनियों के ऑफिस यहां हैं। लेकिन जो बात इसे एम्प्लॉयमेंट हब बनाती है, वह है तेजी से बदलावों को अपनाने की इसकी क्षमता। इसकी शुरुआत IT से हुई थी और अब यह फिनटेक, एडटेक और AI में भी सबसे आगे है।

Image: Canva
एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2024 में बेंगलुरु में सैलरी में सालाना 9.3% की बढ़ोतरी हुई। यह भारत के सभी शहरों में सबसे ज्यादा है। शहर में औसत मासिक सैलरी 29,500 रुपये थी।
Foundit के नए हायरिंग ट्रेंड डेटा के अनुसार, बेंगलुरु GCC जॉब मार्केट में सबसे आगे बना हुआ है। यहां 35% नौकरियां हैं और सालाना 13% की ग्रोथ देखी गई है। यह इसे भारत का इनोवेशन हब और ग्लोबल कंपनियों के लिए पहली पसंद बनाता है।
यह शहर IT, स्टार्टअप्स और ग्लोबल कंपनियों का घर है। टेक और AI इंडस्ट्री में रिमोट और हाइब्रिड नौकरियों ने देश भर में करियर के अवसर बढ़ाए हैं। सैलरी में अच्छी बढ़ोतरी और लगातार हो रही हायरिंग इस शहर को एम्प्लॉयमेंट हब के खिताब का एक मजबूत दावेदार बनाती है।
पुणे
पुणे धीरे-धीरे भारत के एक एम्प्लॉयमेंट हब के रूप में उभर रहा है। इसका कारण यहां के बेहतरीन कॉलेज और बढ़ती कंपनियां हैं। यहां बड़े IT जोन और ऑटोमोटिव कंपनियां हैं, जो कुशल प्रोफेशनल्स को आकर्षित करती हैं। कम लागत की वजह से यहां स्टार्टअप्स आ रहे हैं और अच्छा वर्क-लाइफ बैलेंस लोगों को यहां रोके रखता है।

Image: Canva
Foundit इनसाइट्स ट्रैकर की फरवरी 2025 की रिपोर्ट के अनुसार, पुणे सबसे तेजी से बढ़ते जॉब मार्केट में से एक बन रहा है। यहां महीने-दर-महीने 7% और साल-दर-साल 39% की ग्रोथ दर्ज की गई है।
एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2024 के लिए शहर की औसत मासिक सैलरी 24,700 रुपये थी।
इसमें कोई शक नहीं कि पुणे मुख्य क्षेत्रों में तेजी से आगे बढ़ रहा है। लेकिन जब सैलरी ग्रोथ और नौकरियों में हिस्सेदारी की बात आती है, तो बेंगलुरु साफ तौर पर आगे है।
मुंबई
मुंबई वह शहर है, जहां मौके कभी खत्म नहीं होते। यह भारत के बड़े बैंकों और प्रमुख वित्तीय संस्थानों का केंद्र है। यह शहर कई सपनों को पूरा करने का मौका देता है। यह एक ऐसी जगह है जो फाइनेंस, विज्ञापन, मीडिया या मनोरंजन जैसे अलग-अलग क्षेत्रों में अनगिनत अवसर प्रदान करती है।

Image: Canva
हालिया रिपोर्ट 2025 के अनुसार, महाराष्ट्र नौकरी के अवसर पैदा करने वाले अग्रणी राज्यों में से है। इसकी कुल जॉब कैपेसिटी 84% है।
एक हालिया रिपोर्ट से पता चलता है कि वित्त वर्ष 2024 के लिए शहर की औसत मासिक सैलरी 25,100 रुपये थी। यह बेंगलुरु में दी जाने वाली सैलरी की तुलना में बहुत कम है।
मुंबई अपनी मजबूत नीतियों के जरिए धीरे-धीरे हाई-स्किल्ड नौकरियों और GCC में ग्रोथ को बढ़ावा दे रहा है। वहीं, CBRE रिपोर्ट 2025 के अनुसार, बेंगलुरु के पास पहले से ही 10 लाख से ज्यादा टेक प्रोफेशनल्स का एक मजबूत आधार है।
दिल्ली
दिल्ली भी एक बड़ा एम्प्लॉयमेंट हब है। यह प्राइवेट और सरकारी, दोनों क्षेत्रों में अवसर प्रदान करता है। गुड़गांव टेक, कंसल्टिंग और स्टार्टअप्स का एक ग्लोबल सेंटर है। वहीं, नोएडा स्टार्टअप्स और ग्लोबल कंपनियों के हब के रूप में उभर रहा है।

Image: Canva
एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, राज्यों में नौकरी की उपलब्धता के मामले में दिल्ली दूसरे स्थान पर है। इसकी कुल जॉब कैपेसिटी 78% है।
हाल की मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वित्त वर्ष 2024 के लिए शहर की औसत मासिक सैलरी 27,800 रुपये थी।
लेकिन तेजी से बढ़ते हाई-टेक उद्योगों के मामले में यह शहर अभी भी बेंगलुरु के स्तर का नहीं है।
तो, भारत के एम्प्लॉयमेंट हब का खिताब असल में किस शहर को मिलना चाहिए?
नौकरियां पैदा करने में हर शहर की एक अहम भूमिका है। लेकिन 'भारत का एम्प्लॉयमेंट हब' का खिताब बेंगलुरु को ही मिलना चाहिए। सैलरी ग्रोथ और टेक, AI व GCC जैसे क्षेत्रों में मौकों के मामले में इसका कोई मुकाबला नहीं है। यहां टैलेंट, ग्लोबल कंपनियों और स्टार्टअप्स का एक बेहतरीन मेल है। पुणे, दिल्ली-NCR और दूसरे गैर-मेट्रो शहर भी बढ़ रहे हैं। लेकिन जब बेंगलुरु से तुलना की जाती है, तो वे आकार और सेक्टर्स की विविधता में पीछे रह जाते हैं।
Comments
All Comments (0)
Join the conversation