सरकारी डॉक्टर का पेशा समाज में सम्माननीय रहा है, क्योंकि इसमें नौकरी के साथ लोगों की सेवा का भी अवसर मिलता है। यदि आपके पास एमबीबीएस की डिग्री है और आप सरकारी संस्थानों में नौकरी करना चाहते हैं, तो आपके पास सुनहरा अवसर है। यूपीएससी ने कम्बाइंड मेडिकल सर्विस एग्जामिनेशन यानी सीएमएसई के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। आवेदन करने की अंतिम तिथि 23 अप्रैल, 2012 है।
एमबीबीएस की डिग्री अनिवार्य
इस परीक्षा के लिए मान्यता प्राप्त संस्थान से एमबीबीएस की डिग्री अनिवार्य है। यदि अंतिम वर्ष का रिजल्ट नहीं आया है, तो भी आवेदन के योग्य हैं। कैंडिडेट्स की अधिकतम उम्र 32 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। आरक्षित वर्गो को नियमानुसार अधिकतम उम्र सीमा में छूट का प्रावधान है।
होगी लिखित परीक्षा
सरकारी संस्थानों में डॉक्टर बनने के लिए ऑब्जेक्टिव टाइप की परीक्षा देनी होगी। प्रथम चरण में लिखित परीक्षा होगी, जिसमें 500 अंकों के कुल दो पेपर होंगे। पेपर वन में सामान्य योग्यता, सामान्य आयुर्विज्ञान और बालरोग विज्ञान के प्रश्न पूछे जाएंगे। पेपर टू के अंतर्गत सर्जरी, गाइनेकोलॉजी ऐंड अबस्टेट्रिक्स तथा प्रिवेंटिव ऐंड सोशल मेडिसिन के प्रश्न होंगे। दूसरे चरण में पर्सनालिटी टेस्ट होगा। इसके लिए सौ अंक निर्धारित हैं।
सिलेबस स्कैन
जनरल एबिलिटी के अंतर्गत इंडियन सोसायटी, हैरिटेज ऐंड कल्चर, पॉलिटी, इकोनॉमी, ह्यूमन डेवलपमेंट, नेचुरल रिसोर्सेज, बेसिक कॉन्सेप्ट्स ऑफ इकोलॉजी ऐंड एन्वॉयरनमेंट, इंडियन एग्रीकल्चर, इंडस्ट्री, ट्रेड, ट्रांसपोर्टेशन ऐंड सर्विस सेक्टर्स, डिजास्टर मैनेजमेंट, फूड प्रोसेसिंग आदि से प्रश्न पूछे जा सकते हैं। जनरल मेडिसिन के अंतर्गत कार्डियोलॉजी, न्यूरोलॉजी, डर्मेटोलॉजी ऐंड साइकिएट्री से रिलैटेड प्रश्न होंगे। पेपर दो में सर्जरी, गाइनोकोलॉजी ऐंड ऑब्स्टेट्रिक्स, प्रिवेंटिव सोशल ऐंड कम्यूनिटी मेडिसिन आदि से प्रश्न होंगे।
आयुर्विज्ञान पर विशेष ध्यान
प्रथम पेपर में कुल एक सौ बीस प्रश्न होते हैं, जिनमें सामान्य आयुर्विज्ञान से लगभग 70 प्रश्न होते हैं। इसमें आप कम से कम 60 प्रश्न सॉल्व करने का टारगेट रखें। इसके बाद यदि आप जनरल एबिलिटी और पेड्रिएट्रिक्स दोनों से मिलाकर पंद्रह से बीस प्रश्न भी हल कर लेते हैं, तो आप सुरक्षित रहेंगे।
सर्जरी और गाइनेकोलॉजी
पेपर दो की तैयारी के लिए सभी चैप्टर को ध्यान से पढे। इसमें कुल एक सौ बीस प्रश्न पूछे जाते हैं। याद रखें कि इसमें निगेटिव मार्किंग का प्रावधान है। यदि प्रश्नों को लेकर थोडी भी आशंका है, तो आपके लिए बेहतर होगा कि आप उसे न बनाएं।
जनरल एबिलिटी से न घबराएं
जनरल एबिलिटी के अंतर्गत इंडियन सोसायटी, नेचुरल रिसोर्स, कंजरवेशन, हैरिटेज ऐंड कल्चर, पॉलिटी, एग्रीकल्चर ऐंड बिजनेस को अच्छी तरह से पढें। अधिकांशत: मेडिकल के स्टूडेंट्स जनरल एबिलिटी से घबराते हैं। इसमें अधिक डरने की जरूरत नहीं है, क्योंकि इससे सिर्फ 30 प्रश्न ही पूछे जाते हैं। यदि आप बारहवीं तक के एनसीईआरटी की पुस्तकों को पढने के अलावा बिजनेस समाचारपत्रों को नियमित पढेंगे, तो अधिकतर प्रश्नों को आसानी से बना लेंगे। इसके अतिरिक्त समय-समय पर निकलने वाली विज्ञान पत्रिका तथा साइंस रिपोर्टर के अंकों को भी संजोकर रखें और उसका गहन अध्ययन करें। इस तरह की पत्रिका में साइंस से संबंधित अद्यतन जानकारी होती है।
विजय झा
कंबाइंड मेडिकल सर्विस एग्जामिनेशन में प्रवेश हेतु स्ट्रेटेजी
सरकारी डॉक्टर का पेशा समाज में सम्माननीय रहा है, क्योंकि इसमें नौकरी के साथ लोगों की सेवा का भी अवसर मिलता है
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