कैट की तैयारी कैसे करें

Sep 13, 2012, 15:43 IST

भारतीय प्रबंधन संस्थान में एडमिशन के लिए क्वांटिटेटिव एबिलिटी के 20 प्रश्नों का रोल अहम हो सकता है

भारतीय प्रबंधन संस्थान में एडमिशन के लिए क्वांटिटेटिव एबिलिटी के 20 प्रश्नों का रोल अहम हो सकता है। कैट के पहले सेक्शन में क्वांटिटेटिव एबिलिटी एंड डाटा इंटरप्रेटेशन के 30 प्रश्न होंगे, जिसमें 20 प्रश्न क्वांटिटेटिव एबिलिटी और 10 प्रश्न डाटा इंटरप्रेटेशन के होंगे। क्वांटिटेटिव एबिलिटी के प्रश्नों को सॉल्व करने के लिए मैथ्स के प्रश्नों से फैमिलियर होना बहुत जरूरी है। आप मैथ्स के सवालों का खूब अभ्यास करें और एवरेज, परसेंटेज, ज्योमेट्री, नंबर सिस्टम, अलजेबरा, स्पीड एंड डिस्टेंस और फंक्शन के सवालों को अलग-अलग एंगल से सॉल्व करने की कोशिश करें तो इस सेक्शन में कटऑफ निकालना आसान हो सकता है।

क्वांटिटेटिव एबिलिटी

क्वांटिटेटिव एबिलिटी में टाइम-स्पीड-डिस्टेन्स, अर्थमेटिक,अलजेबरा एवं ज्योमिट्री,वर्क एंड टाइम और नंबर सिस्टम में मजबूत पकड आपको सफलता के करीब पहुंचा सकती है। क्वांटिटेटिव एबिलिटी में कितने प्रश्न किस चेप्टर से होंगे, यह कहना अतिश्योक्ति होगी। इस शेष समय में प्रॉफिट एंड लॉस, पार्टनरशिप, रेशियो एंड प्रोपोर्सन, एवरेज, परसेन्टेज, सिम्पल इन्टेरेस्ट एंड कम्पाउन्ड इन्टेरेस्ट, नम्बर सिस्टम,प्रोबैबिलिटी,परम्यूटेशन्स, एंड कॉम्बीनेशन, मेंसुरेशन,सेट थ्योरी, वेन डाइग्रॉम, इन्सटालमेन्ट पेमेन्ट, पार्टनरशिप के प्रश्रनें का गहन अध्ययन करने के साथ कम्प्यूटर पर प्रैक्टिस करनी होगी।

व्हॉट टु डू

कैट में एक सवाल को कई एंगिलों और तोड-मरोड कर पूछा जाता है। इसलिए हर प्रश्न नया लगता है। ऐसी स्थिति में सिस्टमेटिक स्टडी आपके लिए वरदान साबित होगी। नंबर सिस्टम के लिए यदि पिछले कैट पेपर को देखें तो सबसे ज्यादा लगभग 25 से 30 प्रतिशत सवाल इसी से पूछे जाते हैं। नंबर सिस्टम के प्रश्नों को सोच समझकर सॉल्व किया जा सकता है। टाइम-स्पीड-डिस्टेंस, वर्क एंड टाइम के प्रश्न हमेश उलझाने वाले होते हैं। इन्हें डायग्राम बनाकर इमेजिनेशन से सॉल्व करेंगे तो बेस्ट है। कैलकुलेशन करने से डरे तो अर्थमेटिक के प्रश्नों को सॉल्व करना मुश्किल होगा। अलजेबरा में बेसिक्स पर ध्यान दें। अर्थमेट्रिक प्रिपरेशन (एपी)ज्योमिट्रिक प्रिपरेशन (जीपी) आदि से प्रश्रन् पूछे जाते हैं। इन प्रश्नों को सॉल्व करने के लिए नंबर्स में सोचने की क्षमता डेवलप करें और प्रश्नों को सॉल्व करने का खूब अभ्यास करें। आप कम्प्यूटर आधारित परीक्षा देने का जितना अधिक अभ्यास करेंगे, सफलता के उतने ही नजदीक पहुंचेंगे।

क्वांट्स क्रेक का फंडा

समझें बेसिक्स का महत्व

कैट के पिछले वर्षो के प्रश्नपत्रों का विश्लेषण करने पर एक आइडिया मिलता है कि प्रश्न कैसे और किसमें (सब्जेक्ट) कितना ध्यान देना चाहिए। प्रश्नपत्र के विश्लेषण से इस सेक्शन में 50 प्रतिशत से अधिक सवाल हल करने के लिए बेसिक्स का महत्व पता चलेगा।

कॉन्सेप्ट की ऐप्लीकेशन महत्वपूर्ण

कोई भी कॉन्सेप्ट आसान या मुश्किल नहीं होता, यह उस कॉन्सेप्ट की ऐप्लीकेशन होती है जो प्रश्न को सरल या कठिन बनाती है। इसलिए कॉन्सेप्ट की एप्लीकेशन महत्वपूर्ण होती है। क्वांटिटेटिव सब्जेक्ट को डिवाइड करके पढेंगे तो एग्जाम में बेहतर करने में सक्षम होंगे।

हल करें मॉक कैट टेस्ट

शेष बचे समय में रियल कैट एग्जाम जैसे माहौल में हर दूसरे दिन मॉक कैट टेस्ट हल करें। उन प्रश्नों पर विशेष ध्यान दें, जिन्हें आप हल नहीं कर पाए हैं और कारण जानने का प्रयास करें कि आप उसे क्यों हल नहीं कर पाए। जब आप ऐसा करेंगे तो आपके सामने दो प्रकार की समस्याएं आएंगी। पहली गति की समस्या और सटीकता की समस्या। अगर गति एक समस्या है तो ज्यादा से ज्यादा अभ्यास करें और अगर सटीकता की समस्या है तो अपने बेसिक्स पर दोबारा मेहनत करें। किस प्रश्न को सॉल्व करने के लिए कौन सा फार्मूला होना चाहिए, यह आप तभी याद रख पाएंगे जब कॉन्सेप्ट से संबंधित सभी फार्मूले और कॉन्सेप्ट एक चार्ट पर लिख लेंगे। बताए गए कॉन्सेप्ट पर 30-40 सवाल हल करें, जो कैट के स्तर के हों।

इम्प्रूव कैलकुलेशन स्पीड

यदि निर्धारित समय-सीमा के अंदर प्रश्नों को हल करने का अभ्यास करते हैं, तो परीक्षा से पूर्व अगर कुछ कमजोरी है, तो आप उसे दूर कर सकते हैं। आजकल ऑनलाइन कैट टेस्ट के लिए भी कई वेबसाइट हैं। अगर आपके घर में इंटरनेट की सुविधा है, तो वेबसाइट के माध्यम से भी अपनी तैयारी कर सकते हैं। कैट में कोई भी प्रश्न आसान या मुश्किल नहीं होता, यह उस कॉन्सेप्ट की ऐप्लीकेशन होती है, जो प्रश्न को सरल या कठिन बनाती है। यह अभ्यास से ही संभव हो सकता है। अगर आप क्वांट्स में बेहतर स्कोर करना चाहते हैं, तो इस समय सिर्फ अभ्यास और कांसेप्ट पर फोकस जरूरी है।

उल्हास वैरागकर, टाइम, दिल्ली

सिम्पली बिलीव इन योर सेल्फ

क्वांट्स सेक्शन में स्टूडेंट को किसी भी तरह से डरने की जरूरत नहीं होती है। चाहे आपकी स्ट्रीम मैथ्स में रही हो या न रही हो, क्योंकि इस सेक्शन में आपकी कोर मैथमैटिक्स स्किल्स का एसेसमेंट नहीं होता है बल्कि ये आपके क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड पर आधारित होता है। इसलिए अगर कक्षा छठवीं, सातवीं और आठवीं स्टैंडर्ड के मैथ्स के एवरेज, परसेंटेज, रेशियो, स्पीड एंड डिस्टेंस,ज्यामिति तथा नंबर सिस्टम, फंडामेंटल कवर करते हुए लॉजिक का प्रयोग किया जाए तो इस सेक्शन में बेहतर स्कोर किया जा सकता है।

अनिल सिंह, जेनिथ अकादमी

डॉ. योगेश

Jagran Josh
Jagran Josh

Education Desk

    Your career begins here! At Jagranjosh.com, our vision is to enable the youth to make informed life decisions, and our mission is to create credible and actionable content that answers questions or solves problems for India’s share of Next Billion Users. As India’s leading education and career guidance platform, we connect the dots for students, guiding them through every step of their journey—from excelling in school exams, board exams, and entrance tests to securing competitive jobs and building essential skills for their profession. With our deep expertise in exams and education, along with accurate information, expert insights, and interactive tools, we bridge the gap between education and opportunity, empowering students to confidently achieve their goals.

    ... Read More

    आप जागरण जोश पर सरकारी नौकरी, रिजल्ट, स्कूल, सीबीएसई और अन्य राज्य परीक्षा बोर्ड के सभी लेटेस्ट जानकारियों के लिए ऐप डाउनलोड करें।

    Trending

    Latest Education News