आईआईएम में इंट्री का सपना हर मेधावी स्टूडेंट्स देखते हैं, लेकिन इसमें सफलता उन्हीं स्टूडेंट्स को मिलती है, जो लिखित परीक्षा के साथ ही जीडी या इंटरव्यू में भी सफलता प्राप्त करते हैं। अब कैंडिडेट्स को कैट स्कोर के अलावा पर्सनल इंटरव्यू, प्रोफाइल, निबंध तथा ग्रुप डिस्कशन में सफलता हासिल करनी होगी। इस परीक्षा में वही बेहतर संस्थान से एमबीए कर पाएगा, जिसने सिस्टमेटिक पढाई के साथ स्ट्रीम वाइज डीप अध्ययन किया है। इस सारी प्रक्रिया में आपकी थोडी सी लापरवाही खेल बिगाड सकती है। क्योंकि विशेषज्ञों की टीम काफी योग्य व अनुभवी होती है। कम जानकारी के अभाव में पर्सनैलिटी डेवलेपमेंट से लेकर करेंट न्यूज, सोशल इश्यू तथा जनरल अवेयरनेस के घुमावदार प्रश्न आपकी सफलता के चांसेज कम कर सकते हैं। इसमें बेहतर तभी किया जा सकता है, जब तैयारी के लिए एक योजना बनाई जाए और उस पर ईमानदारी से अमल किया जाए।
कैसे होंगे प्रश्न
वैसे तो आईआईएम में सेलेक्शन के लिए इंटरव्यू में किस तरह के प्रश्न पूछे जाएंगे। इसकी सटीक भविष्यवाणी संभव नही है। 20 से 30 मिनट चलने वाली इस साक्षात्कार प्रक्रिया में करेंट टॉपिक, जरनल अवेयरनेस न्यूज, व्यक्तिगत जीवन या फिर किसी भी स्ट्रीम से प्रश्न पूछे जा सकते हैं। हो सकता है कि केवल यही पूछने में 20 मिनट का समय लग जाए कि आप एमबीए क्यों करना चाहते हैं।
स्ट्रेटेजी जो विनिंग बनाए
परीक्षा में सफलता के लिए कॉन्फिडेंस का महत्वपूर्ण रोल है। यदि कॉन्फिडेंस है तो 50 प्रतिशत चांसेज बढ जाएंगे। इसलिए जरूरी है कि पूछे गए प्रश्न का बिना चेहरे में शिकन लाए नपा तुला जवाब दें। यदि प्रश्न का जवाब नहीं जानते हैं तो एक्सपर्ट को गुमराह करने का प्रयास न करें। प्रश्न कहीं से भी पूछे जा सकते हैं। इसलिए डीप अध्ययन बहुत जरूरी है। इंटरव्यू कक्ष में पहुंचते ही एक्सपर्ट को अहसास होना चाहिए कि वाकई में आप इस फील्ड के लिए सबसे योग्य हैं।
अभ्यास से सफलता
कैट परीक्षा में सफलता के बाद बेहतर संस्थान उसी को मिलेगा, जो पर्सनल इंटरव्यू, राइटिंग टॉस्क एवं अच्छी प्रोफाइल के साथ ग्रुप डिस्कशन जैसी परीक्षा में सफल होगा। अभ्यास के लिए घर में प्रैक्टिस के अलावा आप किसी कोचिंग को भी ज्वाइन कर सकते हैं। घर में इंटरव्यू जैसा महौल तैयार करना मुश्किल होता है, इसलिए कोचिंग बेहतर रहेगी। कुछ कोचिंग सेंटर इंटरव्यू ,ग्रुप डिस्कशन आदि का महौल तैयार कर उसी प्रक्रिया को अमल में लाते हैं, जैसा कि अमूमन साक्षात्कार के समय होता है। उसकी पूरी वीडियो रिकार्डिग की जाती है, फिर कैंडिडेट्स को उस रिकार्डिग को दिखाया जाता है। कैंडिडेट द्वारा उस दौरान की गयी गलतियों को दिखाकर उसमें सुधार करने को कहा जाता है। इस तरह की प्रैक्टिस तब तक करायी जाती है,जब तक स्टूडेंट्स में कांफिडेंस न आ जाए।
रहें अपडेट
आईआईएम से कॉल आने वाले प्रत्येक स्टूडेंट्स को जरूरी है कि वह इस बात का जरूर ध्यान रखें कि जिस आईआईएम ने उसे कॉल किया है, वहां पहुंचने पर सर्वप्रथम आपको एक फार्म भरने को दिया जाएगा। वह फार्म ही आपके प्रवेश का आधार हो सकता है। इसलिए उसमें जो भी इंफॉर्मेशन भरें, सोच-समझकर भरें। पर्सनल इंटरव्यू का हर एक प्वाइंट आपके द्वारा दी गई जानकारी पर आधारित हो सकता है। इसके अलावा कुछ ऐसे बिन्दु हैं, जो आपके एडमिशन का मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं।
पर्सनल इंटरव्यू
इंटरव्यू 20 से 30 मिनट का हो सकता है। इसमें कैंडिडेट्स की बौद्घिक क्षमता तथा सब्जेक्ट में पकड को परखने के साथ पर्सनैल्टी देखी जाती है। इसमें इस तरह के प्रश्न पूछे जा सकते हैं।
एमबीए क्यों करना चाहते हैं।
वर्तमान में क्या कर रहे हैं। अगर जॉब है तो एमबीए करने का औचित्य क्या है।
जिसमें नंबर कम होते हैं, उस सब्जेक्ट को ज्यादा पूछते हैं। अर्थव्यवस्था, राजनीति, प्रौद्योगिकी के साथ विज्ञान और दुनिया की लेटेस्ट जानकारी महत्वपूर्ण है।
राइटिंग टास्क
राइटिंग टास्क यानि निबंध लिखना होता है। इसके लिए 30 मिनट का समय निर्धारित किया गया है। निबंध का विषय जनरल अवेयरनेस, सोशल इश्यू आदि कुछ भी हो सकता है। एडमिशन के लिए कुछ आईआईएम पर्सनल प्रोफाइल को विशेष महत्व दे रहे हैं। अगर आप अच्छा जॉब कर रहे हैं, तो विशेष महत्व दिया जाए। इसी तरह केस स्टडी के लिए लेटेस्ट घटनाओं पर मजबूत पकड जरूरी है। केस स्टडी का विषय अन्ना हजारे, बाबा रामदेव, चुनाव, मृत्यु दर, प्रति व्यक्तिआय, मार्केट प्रॉब्लम, कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार आदि जैसा कोई मुद्दा हो सकता है। जैसा भी केस दिया जाए, उसे स्टडी कर सॉल्व करने के तरीके बताना होगा। ग्रुप डिस्कशन में 8-12 कैंडिडेट्स हो सकते हैं। समय 12 मिनट का होता है। ग्रुप डिस्कशन के लिए अपने विचार देने के लिए अंग्रेजी बहुत महत्वपूर्ण है। प्राय: सभी संस्थानों में इसी तरह की परीक्षाएं होती हैं।
हर आईआईएम के लिए स्ट्रेटेजी
कैट परीक्षा में सफल व बेहतर परसेंटाइल लाने वाले स्टूडेंट्स के लिए लगभग हर आईआईएम ने एडमिशन का क्राइटेरिया निर्धारित कर रखा है। आपको जिस आईआईएम से कॉल आएगी, वहां पहले से ही डिसाइड होगा कि आपको किस प्रक्रिया से गुजरना है। अक्सर स्टूडेंट्स यह समझते हैं कि बेहतर कैट स्कोर लाकर सेलेक्शन पक्का किया जा सकता है। वास्तविकता यह है कि कई आईआईएम कैट स्कोर की अपेक्षा प्रोफाइल व राइटिंग टास्क को महत्व दे रहे हैं, तो कई संस्थान कैट स्कोर के साथ पर्सनल इंटरव्यू को वरीयता दे रहे हैं। बेहतर यह है कि आप इस परीक्षा से संबंधित सभी तरह की तैयारी अच्छी तरह से करें और फॉर्म भरते समय अतिरिक्त सावधानी बरतें।क्योंकि इंटरव्यू में इसे आधार बनाकर प्रश्न पूछे जा सकते हैं।
नीरज प्रसाद, कॅरियर लांचर
करेंट घटनाक्रम पर निगाह
आईआईएम में अच्छे परसेंटाइल लाने के बाद अब मेधावियों की निगाह पर्सनल इंटरव्यू, प्रोफाइल राइटिंग टॉस्क व ग्रुप डिस्कशन पर है। वह आईआईएम से आई कॉल के अनुसार तैयारी में जुटे हैं। इसके लिए क्या कर रहे हैं मेधावी..
एक सीट के लिए स्ट्रेटेजी पर ध्यान
कैट के परिणाम की प्रतीक्षा से टेंशन फ्री होने के बाद किसी अच्छे आइआइएम में एक सीट पक्की करने के लिए स्ट्रेटेजी तैयार कर उस पर अमल करने में लगी हूं। आईआईएम कोलकाता, लखनऊ, कोझीकोड सहित जो नए आईआईएम बने हैं, वहां से कॉल आई है। बस एक सीट चाहिए। इसके लिए प्रत्येक करेंट घटनाक्रम पर पैनी निगाह रखने के साथ,पर्सनैलिटी डेवलेपमेंट पर ध्यान दे रही हूं। गुरु जी का मार्गदर्शन नि›ित मुझे सफलता दिलाएगी।
शोहिता चौधरी
सफलता के लिए हर इवेंट महत्वपूर्ण
मेरी निगाह हर उस प्वाइंट पर है, जो मुझे आईआईएम में एडमिशन दिला सकता है। हर एक इवेंट, सेमीनार सहित पर्सनैलटी डेवलेपमेंट पर विशेष ध्यान दे रहा हूं। अंग्रेजी बैकग्राउंड होने के कारण अंग्रेजी की कोई टेंशन नही है। करेंट जनरल नॉलेज के लिए जागरण वार्षिकी, अंग्रेजी समाचार पत्रों के पढने के साथ न्यूज चैनलों के एंकर को ध्यान से सुन रहा हूं। यह कडी मेहनत मुझे जरूर सफलता की श्रेणी में खडा करेगी।
रवि सिंह
सफलता के लिए कडी मेहनत जरूरी
सफलता के लिए कडी मेहनत जरूरी है। आईआईएम अहमदाबाद, कोलकाता, लखनऊ, कोझिकोड से कॉल आई हैं। ग्रुप डिस्कशन पर ध्यान दे रहा हूं। कोचिंग में और समय मिलने पर मित्रों के साथ किसी एक मुद्दे पर घंटों डिशक्शन करता हूं। इसके अलावा निबंध लिखने का फार्मूला गुरु जी से सीख रही हूं। मुझे हर हालत में सफलता चाहिए। इसके लिए कडी मेहनत कर रहा हूं।
भोलेन्द्र प्रताप सिंह
सफलता के मंत्र
किसी अच्छे न्यूज चैनल के एंकर को बोलते हुए ध्यान से सुनने से स्पोकन एक्सप्रेशंस बढता है।
स्पीड के साथ ही एक्यूरेसी का विशेष ध्यान रखें।
लैंग्वेज, कम्युनिकेशन स्किल और करेंट अफेयर्स की नॉलेज के लिए प्रतिदिन जागरण वार्षिकी, अंग्रेजी का राष्ट्रीय अखबार और मैग्जीन्स ध्यान से पढिए।
एक नोट बुक बनाएं और जो सीखते जाएं, उसे जरूर नोट करें।
सही उच्चारण, स्पेलिंग और ग्रामेटिकल यूज के लिए डिक्शनरी की मदद जरूर लें।
डॉ. योगेश
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