सरकारी और निजी, दोनों ही क्षेत्र के बैंकों द्वारा बैंक में ज्यादा से ज्यादा संख्या में नौकरियों की घोषणा की गई है। ऐसे में भारत में बैंकिंग क्षेत्र में तेजी से विस्तार के साथ नौकरी देने की होड़ लग गई है। सरकार द्वारा बैंकिंग को भारत की अर्थव्यवस्था के सबसे मजबूत स्तंभ बनाने के फोकस के साथ अगले वर्ष बैंक में नौकरियों के तेजी से बढ़ने की उम्मीद है। अस्थायी अनुमानों के अनुसार आगामी वित्त वर्ष में लिपिक के साथ– साथ अधिकारी स्तर पर देश के सरकारी क्षेत्र के बैंकों में करीब 40,000 से भी अधिक नौकरियां आने वाली हैं। भारतीय स्टेट बैंक जैसे शीर्ष नाम के अलावा कई निजी बैंकों द्वारा भी 2017 में बैंक में नौकरियों की घोषणा करने की उम्मीद है। यह सरकारी नौकरी की इच्छा रखने वाले कई लोगों के लिए बैंकिंग क्षेत्र को उनके सपनों का उद्योग बनाएगा।
भारत में बैंक में नौकरियां क्यों बढ़ रही हैं?
कई लोग बैंकिंग क्षेत्र में स्टाफ की जरूरतों में हुई अचानक बढ़ोतरी से सोच में पड़ गए हैं। हाल में बैंक में नौकरी की संख्या के बारे में हुई वर्तमान घोषणा कुछ वर्ष पहले की तुलना में बहुत अधिक है। इसका मुख्य कारण बैंकिग क्षेत्र का विकास और उसमें होने वाला विस्तार है। बैंकिंग क्षेत्र का विकास और विस्तार खासकर सरकारी क्षेत्र के बैंकों में, सरकार के विशेष फोकस और प्रधानमंत्री जन धन योजना, मुद्रा बैंक योजना और ऐसी ही अन्य सफल योजनाओं की शुरुआत से प्रेरित है।
इसके अलावा कई रिपोर्टों और सर्वेक्षणों ने यह उम्मीद जताई है कि सरकारी क्षेत्र के बैंक के कुल 7 लाख कर्मचारियों में से आगामी 2-3 वर्षों में हजारों कर्मचारी सेवानिवृत्त हो जाएंगे। अस्थायी अनुमान के अनुसार वर्तमान वित्त वर्ष में करीब 39,000 बैंक कर्मचारियों के सेवानिवृत्त होने की उम्मीद है जिसमें से करीब 18,500 अधिकारी स्तर पर कार्यरत हैं और 14,500 लिपिक स्तर पर। इसलिए इस कमी को पूरा करने के लिए, अपने विकास ग्राफ को उपर की ओर बनाए रखने के लिए बैंकिंग क्षेत्र को और अधिक नौकरियां देने और नई प्रतिभाओं को बैंकिंग क्षेत्र में शामिल करने की आवश्यकता है।
बैंकिंग परीक्षा कैलेंडर 2016 – 17
वर्तमान में एसबीआई, नाबार्ड, सिडबी और अन्य सरकारी क्षेत्र के बैंकों में कर्मचारियों की आवश्यकताओं को पूरा करने के क्रम में बैंक भर्ती परीक्षाओं के आयोजन और उसके नतीजे घोषित करने का प्रभार आईबीपीएस (इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग पर्सोनेल सेलेक्शन) के पास है। बैंक की परीक्षाओं हेतु उम्मीदवारों को तैयारी करने में मदद करने हेतु आईबीपीएस ने वर्ष 2016-17 के लिए अस्थायी बैंकिंग परीक्षा कैलेंडर जारी किया है। उम्मीदवार बैंक परीक्षा की तारीखों पर एक नजर डाल सकते हैं और तदनुसार अपनी तैयारी शुरु कर सकते हैं:
बैंक परीक्षा | प्रारंभिक परीक्षा | मुख्य परीक्षा |
---|---|---|
आईबीपीएस पीओ परीक्षा | 16, 22 और 23 अक्टूबर | 20 नवंबर 2016 |
आईबीपीएस क्लर्क परीक्षा I | 26 और 27 नवंबर 2016 | 31 दिसंबर 2016 |
आईबीपीएस क्लर्क परीक्षा II | 3 और 4 दिसंबर 2016 | 1 जनवरी 2017 |
आईबीपीएस स्पेशलिस्ट ऑफिसर परीक्षा | 28 और 29 जनवरी 2016 |
आईबीपीएस बैंक परीक्षा के अलावा उम्मीदवार अलग से एसबीआई पीओ परीक्षा और एसबीआई क्लर्क परीक्षा 2016 की रिक्तियों और तारीख की उम्मीद कर सकते हैं।
बैंक में नौकरियां 2016 – 17
फिलहाल, सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई समेत कुल 22 सरकारी बैंक हैं और इनमें सबसे नया बैंक है भारतीय महिला बैंक, जो वर्तमान वित्त वर्ष में परवीक्षाधीन (प्रोबेशनरी) और लिपिक (क्लर्क) दोनों ही स्तर पर नई प्रतिभाओं को अवसर देगा। इसके अलावा एसबीआई के पांच सहयोगी बैंकों से भी बैंक पीओ और बैंक लिपिक रिक्तियों की घोषणा करने की उम्मीद है। कुल मिलाकर वर्ष 2016-17 में बैंक में नौकरी की इच्छा रखने वाले उम्मीदवार करीब 42,000 सरकारी नौकरियों की उम्मीद कर सकते हैं।
हालांकि आईबीपीएस या संबंधित बैंकों द्वारा बैंकिंग क्षेत्र में रिक्तियों की संख्या की घोषणा करना अभी बाकी है, पिछले वर्ष के आंकड़ों पर गौर करने के बाद हमने 2016-17 के लिए बैंक में नौकरियों की संख्या के बारे में आम अनुमान लगाया है। वर्ष 2016 में बैंक की नौकरियों का पदवार और रिक्तिवार विवरण नीचे दिया जा रहा हैः
2015–16 के लिए बैंक की नौकरियां
परीक्षा का नाम पद रिक्तियां आईबीपीएस पीओ परीक्षा परवीक्षाधीन अधिकारी 12615 आईबीपीएस क्लर्क परीक्षा लिपिक/ क्लर्क 24604 आईबीपीएस स्पेशलिस्ट ऑफिसर परीक्षा स्पेशलिस्ट ऑफिसर 4378 कुल 41597
वित्त वर्ष 2015-16 में बैंकों में आईबीपीएस परीक्षा द्वारा कुल 41597 नौकरियां मिलेंगी। इसी प्रकार वर्ष 2016 में उम्मीदवारों को 13,000 बैंक पीओ रिक्तियों और 23,000 से 25,000 बैंक लिपिक नौकरियों के घोषणा की उम्मीद करनी चाहिए।
ये नौकरियां आईबीपीएस परीक्षा के माध्यम से मिलेंगी। एसबीआई भी अपनी खुद की परीक्षा के माध्यम से अन्य अतिरिक्त नौकरियों की घोषणा कर सकती है। इसके अलावा, आईसीआईसीआई और एक्सिस बैंक जैसे अन्य निजी क्षेत्र के बैंकों से भी वर्तमान वित्त वर्ष में ओपन एग्जामीनेशन के माध्यम से बैंक की नौकरी के संबंध में घोषणा करने की उम्मीद है। अगर हम इन सभी रिक्तियों पर गौर करें तो बैंकों में वर्ष 2017 में करीब 50,000 नौकरियां मिलने की संभावना है.
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