15वां भारत-रूस द्विपक्षीय वार्षिक शिखर सम्मेलन 11 दिसंबर 2014 को नई दिल्ली में आयोजित किया गया. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आमंत्रण पर आयोजित शिखर सम्मेलन हेतु भारत का दौरा किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारत-रूस साझेदारी को मजबूत बनाने पर सहमत हुए और संयुक्त बयान जारी किया.
भारत और रूस ने नई दिल्ली में आयोजित 15वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के दौरान 20 समझौतों पर 11 दिसंबर 2014 को हस्ताक्षर किए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत की यात्रा पर आए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने समझौतों पर हस्ताक्षर किए.
भारत और रूस ने सरकारी संस्थाओं के बीच आठ समझौतों पर और निजी उद्यमों के बीच 12 समझौतों पर हस्ताक्षर किए. इनमें रक्षा, परमाणु ऊर्जा, तेल और गैस, स्वास्थ्य और मीडिया जैसे कई समझौते शामिल हैं.
• समझौत के अनुसार रूस भारत में 20 परमाणु इकाईयां स्थापित करेगा और भारत में उन्नत रूसी सैन्य हेलीकाप्टरों और रक्षा स्पेयर पार्ट्स का निर्माण करने में सहायता करेगा.
• शिखर सम्मेलन के दौरान दोनों देशों ने विशेष सामरिक भागीदारी को मजबूत करने प्रतिबद्धता व्यक्त की और अगले दशक के लिए इस साझीदारी को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण ‘द्रूज़्बा-दोस्ती' विजन दस्तावेज जारी किया.
• प्रेस ट्रस्ट आफ इंडिया और रूस की न्यूज एजेंसी तास ने खबरों के आदान-प्रदान में सहयोग हेतु समझौते पर हस्ताक्षर किए.
भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के बारे में
• राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और प्रधानमंत्री वाजपेयी ने वर्ष 2000 में वार्षिक शिखर सम्मेलन शुरू किया. पहला शिखर सम्मेलन प्रधानमंत्री वाजपेयी के मास्को दौरे के दौरान आयोजित किया गया.
• यह राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का ग्यारहवां वार्षिक शिखर सम्मेलन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पहला शिखर सम्मेलन है.
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