चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की तीन दिन की भारत यात्रा 19 सितंबर 2014 को संपन्न हुई. उन्होंने यह यात्रा भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निमंत्रण पर की. इस यात्रा के प्रथम चरण में शी जिनपिंग चीन से सीधे गुजरात के अहमदाबाद पहुंचे. वहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद स्थित हयात होटल में उनकी अगवानी की. इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति ने आपस में परिचर्चा की. तत्पश्चात चीन के राष्ट्रपति और भारत के प्रधानमंत्री की उपस्थित में दोनों देशों ने तीन सहमति पत्रों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए.
दूसरे चरण में वह दिल्ली पहुंचे. जहां वह भारत के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से बातचीत की. उसके बाद दोनों देशों के मध्य 16 समझौतों/ सहमति पत्रों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए.
16 समझौतों की सूची निम्नवत है:
क्रम सं. | करार / एमओयू का नाम | अभ्युक्तियां |
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1. | चीन के तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र में भारतीय तीर्थयात्रियों (कैलाश मानसरोवर यात्रा) के लिए एक नया मार्ग खोलने पर भारत के विदेश मंत्रालय और चीन के विदेश मंत्रालय के बीच समझौता ज्ञापन | यह एमओयू उत्तराखंड में विद्यमान लिपुलेख दर्रा के अलावा सिक्किम में नाथूला दर्रा के माध्यम से वार्षिक कैलाश मानसरोवर यात्रा के आयोजन का प्रावधान करता है. नाथूला दर्रा के माध्यम से गुजरने वाला रास्ता क्षमता में वृद्धि करेगा तथा यात्रा की कठिनाई एवं समय को कम करेगा जिससे खासतौर पर बुजुर्ग तीर्थयात्री इस यात्रा को पूरा करने में समर्थ होंगे.
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2. | रेलवे में सहयोग को सुदृढ़ करने के लिए भारत सरकार के रेल मंत्रालय तथा चीन सरकार के बीच समझौता ज्ञापन | इस एमओयू के तहत दोनों पक्ष निम्नलिखित क्षेत्रों में रेलवे क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए सहमत हुए हैं: (i) गति बढ़ाना, (ii) हाई गति रेल में सहयोग की संभावना का अध्ययन करना, भारतीय रेल के कार्मिकों का हैवी हौल परिवहन प्रशिक्षण, (iv) रेलवे स्टेशनों का फिर से विकास भारत में रेलवे विश्वविद्यालय की स्थापना आदि. |
3. | रेलवे में सहयोग को सुदृढ़ करने पर भारत सरकार के रेल मंत्रालय और चीन सरकार के बीच कार्य योजना | यह रेलवे क्षेत्र में सहयोग के लिए विशिष्ट परियोजनाओं का प्रावधान करता है. |
4. | भारत सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय तथा चीन की सरकार के वाणिज्य मंत्रालय के बीच पांच वर्षीय व्यापार एवं आर्थिक विकास योजना | इसने समानता एवं परस्पर लाभ के सिद्धांत के आधार पर भारत और चीन के बीच आर्थिक एवं व्यापार संबंधों के संतुलित एवं संपोषणीय विकास को बढ़ावा देने के लिए एक मध्यावधि रोड मैप निर्धारित करता है. इस योजना के मुख्य उद्देश्य इस प्रकार हैं : (i) द्विपक्षीय व्यापार में असंतुलन को कम करना; (ii) पांच वर्ष में चीन से 20 बिलियन अमरीकी डालर के निवेश को साकार करने के लिए निवेश सहयोग को सुदृढ़ करना; (iii) पारदर्शी, स्थिर एवं निवेशक अनुकूल व्यवसाय परिवेश का सृजन करना; और (iv) वाणिज्य चेंबर एंव वित्तीय क्षेत्रों के बीच सहयोग में वृद्धि. |
5. | भारत – चीन संयुक्त आर्थिक समूह के 10वें सत्र के कार्ययोजना पर सहमति | आर्थिक संबंध, व्यापार, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पर भारत – चीन संयुक्त समूह (जेईजी) के दसवें सत्र का आयोजन 2 सितंबर, 2014 को बीजिंग में हुआ. परंतु दोनों पक्षों ने भारत एवं चीन के बीच द्विपक्षीय व्यापार एवं आर्थिक सहयोग को विस्तृत एवं गहन करने पर विस्तार से चर्चा की तथा वे संपोषणीय एवं संतुलित व्यापार के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कदम उठाने पर सहमत हुए. भारतीय उत्पादों जैसे कि कृषि, भेषज पदार्थ तथा सेवा निर्यात आदि की बाजार पहुंच बढ़ाने के लिए विशिष्ट कदम तेजी से उठाए जाएंगे. |
6. | भारत के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय तथा चीन के राज्य प्रेस, प्रकाशन, रेडियो, फिल्म एवं टेलीविजन प्रशासन के बीच श्रव्य – दृश्य सह-निर्माण पर करार | यह करार फिल्मों का सह-निर्माण करने के लिए दोनों देशों के निर्माताओं को अपने रचनात्मक, कलात्मक, तकनीकी, वित्तीय और विपणन संसाधनों का प्रयोग करने में समर्थ बनाएगा. यह बाजार में अधिक पहुंच प्राप्त करने के लिए भारतीय श्रव्य दृश्य निर्माणों की प्रदर्शनी आयोजित करेगा. |
7. | सीमा शुल्क से जुड़े मामलों में परस्पर प्रशासनिक सहायता एवं सहयोग पर भारत सरकार तथा चीन सरकार के बीच करार | यह करार सूचना की हिस्सेदारी के माध्यम से सीमा पारीय आर्थिक अपराधों एवं सीमा शुल्क से जुड़े अपराधों से लड़ने के लिए सहयोग बढ़ाने में मदद करेगा. यह सीमा शुल्क से संबंधित सहयोग में वृद्धि के मामले में व्यापार को सुगम बनाएगा. |
8. | अंतरिक्ष के शांतिपूर्ण प्रयोग में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन और चीन राष्ट्रीय अंतरिक्ष प्रशासन के बीच समझौता ज्ञापन | यह एमओयू दोनों पक्षों को शांतिपूर्ण प्रयोजनों के लिए बाहरी अंतरिक्ष के अन्वेषण एवं प्रयोग में सहयोग एवं आदान – प्रदान को प्रोत्साहित करने में समर्थ बनाएगा, जिसमें वैज्ञानिक अन्वेषण उपग्रहों का अनुसंधान एवं विकास, रिमोट सेंसिंग उपग्रह तथा संचार उपग्रह शामिल हैं. |
9. | सांस्कृतिक संस्थाओं के बीच आदान – प्रदान एवं सहयोग को सुदृढ़ करने पर भारत गणराज्य के संस्कृति मंत्रालय तथा चीन के संस्कृति मंत्रालय के बीच समझौता ज्ञापन | इस एमओयू का उद्देश्य दोनों देशों की विभिन्न सांस्कृतिक संस्थाओं के बीच दीर्घ अवधि के सहयोग को बढ़ावा देना है. इन सांस्कृतिक संस्थाओं में संग्रहालय, पुरातात्विक संगठन तथा अभिनय कला केंद्र शामिल हैं. |
10. | भारत के नेशनल बुक ट्रस्ट और चीन के राज्य प्रेस, प्रकाशन, रेडियो, फिल्म एवं टेलीविजन प्रशासन के बीच सहयोग पर समझौता ज्ञापन | दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए हैं कि चीन मानद अतिथि देश के रूप में नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला 2016 में भाग लेगा. यह करार दोनों देशों के नागरिकों को एक दूसरे के देश में अपने प्रकाशनों के लिए बेहतर पहुंच प्राप्त करने में मदद करेगा. |
11. | चीन के चीन खाद्य एवं औषधि प्रशासन तथा भारत के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के बीच औषधि प्रशासन एवं सहयोग पर कार्य योजना | इस कार्य योजना के तहत दोनों पक्ष औषधि मानक, परंपरागत दवाओं तथा दवाओं का परीक्षण आदि जैसे क्षेत्रों में सहयोग करेंगे. दोनों पक्ष इस क्षेत्र में सहयोग को बढ़ाने के लिए शिष्टमंडलों का आदान – प्रदान करेंगे. |
12. | मुंबई एवं शंघाई के बीच सिस्टर सिटी संबंध स्थापित करने पर करार | इस करार का उद्देश्य मुंबई और शंघाई के बीच सिस्टर सिटी संबंध स्थापित करना है. यह परस्पर समझ को बढ़ाने के लिए जन दर जन आदान – प्रदान में वृद्धि करेगा. |
13. | अहमदाबाद और ग्वांगझू के बीच सिस्टर सिटी संबंध स्थापित करने पर करार (इस पर गुजरात में हस्ताक्षर किया गया) | इस करार का उद्देश्य अहमदाबाद और ग्वांगझू के बीच सिस्टर सिटी संबंध स्थापित करना है. यह परस्पर समझ को बढ़ाने के लिए जन दर जन आदान – प्रदान में वृद्धि करेगा. |
14. | गुजरात और ग्वांगडांग के बीच सिस्टर प्रांत / राज्य संबंध स्थापित करने पर करार (इस पर गुजरात में हस्ताक्षर किया गया) | इस करार का उद्देश्य गुजरात और ग्वांगडांग के बीच सिस्टर प्रांत / राज्य संबंध स्थापित करना है. यह परस्पर समझ को बढ़ाने के लिए जन दर जन आदान – प्रदान में वृद्धि करेगा. |
15. | महाराष्ट्र में औद्योगिक पार्कों की स्थापना में सहयोग प्रदान करने पर महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम तथा बिकी फोटन मोटर कंपनी लि. के बीच समझौता ज्ञापन | यह एमओयू महाराष्ट्र में पुणे के पास 1250 एकड़ में एक औद्योगिक पार्क की स्थापना का मार्ग प्रशस्त करेगा जहां क्लस्टर टाइप विकास होगा एवं भारी संख्या में लोगों के लिए रोजगार के अवसर सृजित होंगे. |
16. | गुजरात में औद्योगिक पार्कों की स्थापना में सहायता प्रदान करने पर चीन विकास बैंक निगम तथा औद्योगिक विस्तार ब्यूरो, गुजरात के बीच समझौता ज्ञापन (इस पर गुजरात में हस्ताक्षर किया गया) | यह एमओयू चीन के उद्यमों की सहायता से गुजरात में औद्योगिक पार्कों की स्थापना का मार्ग प्रशस्त करेगा तथा क्लस्टर विकास के लिए प्लेटफार्म प्रदान करेगा और भारी संख्या में लोगों के लिए रोजगार के अवसर सृजित करेगा. |
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