पांचवा राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव (आरएसएम)– 2017 केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय द्वारा 23 मार्च से 31 मार्च 2017 तक उत्तर पूर्व इलाकों में आयोजित किया जाएगा.
महोत्सव का शुभारंभ 23 मार्च 2017 को अरुणाचल प्रदेश के त्वांग स्थित परेड ग्राउंड में होगा और फिर यह महोत्व उत्तर पूर्व के अन्य राज्यों में पहुंचेगा. महोत्व के अन्य स्थलों में शामिल हैं– दीमापुर (नगालैंड), मजौली (असम), इंफाल (मणिपुर), आइजोल (मिजोरम), गैंगटोक (सिक्किम), शिलॉन्ग (मेघालय) और खोवई (त्रिपुरा).
नौ दिनों तक चलने वाले इस सांस्कृतिक महोत्व का शुभारंभ नगालैंड और अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल पद्मनाभ बालकृष्ण द्वारा किया गया.
मुख्य विशेषताएं:
• उत्तर पूर्व भारत के करीब 5000 कलाकार और देश भर के करीब 2000 कलाकार अपने प्रदर्शनों, कला और व्यंजनों के माध्यम से भारत की सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शन करेंगे.
• यह महोत्सव सात क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्रों के माध्यम से कार्यान्वित किया जाएगा.
• राष्ट्रीय सांस्कृतिक महोत्व के संचालन को आगे बढ़ाने हेतु उत्तर पूर्व क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्र (एनईजेडसीसी), दीमापुर नोडल एजेंसी होगी.
• महोत्व के दौरान प्रत्येक क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्र अपने कलाओं की प्रस्तुति देंगें जो "एक भारत, श्रेष्ठ भारत","हमारी संस्कृति हमारी पहचान", और "स्वच्छ भारत" का समागम होगा.
• उद्घाटन समारोह में बौद्ध मंत्र, वैदिक मंत्रों, पुरुलियाच्छोउ, योग, धोलछोलोम और पुंगछोलोम, लद्दाखी नृत्य और गोदाम्बज जैसी विभिन्न कलाओं की प्रदर्शनी की जाएगी.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation