भारत बायोटेक ने ब्राजील के लिए कोवैक्सीन की आपूर्ति के लिए प्रीसीसा मेडिकामेंटोस के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं. इस वैक्सीन की संभावित निर्यात संभावनाओं पर चर्चा करने के लिए भारत बायोटेक में पिछले सप्ताह प्रीसिसा मेडिकामेंटोस से एक टीम की यात्रा के बाद यह समझौता किया गया.
कोवैक्सिन, जिसे भारत बायोटेक द्वारा भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) - नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) के सहयोग से विकसित किया गया है, कोविड -19 की रोकथाम के लिए भारत का पहला स्वदेशी टीका है. इस स्वदेशी वैक्सीन को भारत बायोटेक के BSL -3 (बायो-सेफ्टी लेवल 3) उच्च रोकथाम सुविधा में विकसित और निर्मित किया गया है.
मुख्य विशेषताएं
• भारत में ब्राज़ील के राजदूत, आंद्रे अरन्हा कोरीया डो लागो ने ब्राजील की सरकार की ओर से कोवैक्सीन की खरीद के प्रति रुचि व्यक्त की थी.
• इस समझौते के तहत, ब्राजील की सरकार द्वारा प्रत्यक्ष खरीद के माध्यम से कोवैक्सीन आपूर्ति को सार्वजनिक बाजार के लिए प्राथमिकता दी जाएगी.
• निजी बाजार को इस वैक्सीन की आपूर्ति ब्राजील के नियामक प्राधिकरण (ANVISA) से मिलने वाली बाजार की मंजूरी के आधार पर होगी.
• प्रीसीसा मेडिकामेंटोस के दवा निदेशक, इमानुएला मेडरेडस ने यह कहा कि, उन्होंने अत्यधिक तकनीकी, वैज्ञानिक और स्वच्छता नियंत्रण स्तरों की पहचान की है. उन्होंने यह भी कहा कि, भारत बायोटेक दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीन आपूर्तिकर्ताओं के स्तर पर गुणवत्ता और सुरक्षा का प्रदर्शन करते हुए उनकी अपेक्षाओं पर खरा उतरा है.
• भारत बायोटेक के चेयरमैन, डॉ. कृष्णा एला ने यह कहा कि, इस कोवैक्सीन ने कई ऐसे वायरल प्रोटीनों के लिए मजबूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रियाओं के साथ उत्कृष्ट सुरक्षा डाटा प्रदर्शित किया है जो काफी सुदृढ़ होते हैं.
कोवैक्सिन
भारत बायोटेक के अनुसार, "कोवैक्सीन एक अत्यधिक शुद्ध और निष्क्रिय दो खुराक वाली SARS-CoV-2 वैक्सीन है." यह वैक्सीन 300 मिलियन से अधिक खुराक के उत्कृष्ट सुरक्षा ट्रैक रिकॉर्ड के साथ एक वेरो सेल निर्माण मंच में निर्मित की गई है.
यह कोविड -19 वैक्सीन के लिए भारत का पहला और एकमात्र चरण III प्रभावकारिता अध्ययन है. यह भारत में किसी भी वैक्सीन के लिए आयोजित अब तक का सबसे बड़ा चरण III प्रभावकारिता परीक्षण भी है.
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