प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 30 नवंबर 2017 को कृषि और पादप स्वच्छता के क्षेत्र में सहयोग के लिए भारत और इटली के बीच समझौता ज्ञापन को मंजूरी प्रदान की. यह ज्ञापन जनवरी 2008 में हुए पूर्ववर्ती समझौता ज्ञापन का स्थान लेगा जो जनवरी, 2018 को समाप्त होने जा रहा है.
दोनों देशों के बीच इस समझौता ज्ञापन में पादप स्वच्छता संबंधी मामलों, कृषि उत्पादन और पशुपालन, कृषि अनुसंधान, खाद्य प्रसंस्करण और दोनों पक्षों द्वारा परस्पर रूप से अनुमति प्राप्त क्षेत्रों सहित दूसरे क्षेत्रों की वृहद श्रृंखला को शामिल करने का प्रावधान किया गया है.
मुख्य बिंदु
• इस समझौता ज्ञापन में कृषि और ग्रामीण विकास से संबंधित सूचना के आदान-प्रदान, तकनीकी आदान-प्रदान प्रक्रिया के सुदृढ़ीकरण और कृषि मशीनीकरण/फार्म मशीनों एवं कृषि औद्योगिक अवसंरचनाओं, तकनीकी अवरोधों के समापन तथा आधुनिक वैज्ञानिक अनुसंधान कार्यों तथा प्रौद्योगिकियों आदि सहित पशुपालन के क्षेत्र में अर्जित अनुभवों के आदान-प्रदान का प्रावधान किया गया है.
• इस समझौता ज्ञापन में कृषि सहयोग के लिए दीर्घकालिक पहल पर विचार करने के साथ-साथ विशिष्ट संयुक्त प्रकियाओं में पादप स्वच्छता जोखिमों में कमी लाने के दृष्टिगत कृषि सहयोग हेतु कृषि के क्षेत्र में द्विपक्षीय आदान-प्रदान की दृष्टि से एक संयुक्त कार्यदल की स्थापना का प्रावधान किया गया है.
• इससे दोनों देशों की सरकारी एजेसियों, वैज्ञानिक एवं अकादमिक संस्थानों और व्यवसायिक समुदायों के बीच संपर्कों को प्रोत्साहन एवं सुविधा होगी और वे दोनों देशों के संबंधित अनुसंधान संस्थानों के बीच सहयोग को आगे बढ़ा पाएगें.
(स्रोत: पीआईबी)
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