केंद्र सरकार ने 16 जनवरी 2018 को हज यात्रियों को दी जानी वाली सब्सिडी खत्म करने की घोषणा की. केंद्र सरकार का कहना है कि यह निर्णय अल्पसंख्यकों के सशक्तिकरण की दिशा में उठाया गया कदम है.
अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी द्वारा जारी बयान में कहा गया कि हज यात्रियों को दी जाने वाली सब्सिडी अब बंद कर दी गई है क्योंकि हज सब्सिडी का फायदा गरीब मुसलमानों को नहीं मिल पा रहा था. सरकार अब गरीब मुस्लिमों के लिए अलग से व्यवस्था करेगी. उन्होंने बताया कि हज यात्रा पर मिलने वाली सब्सिडी का फायदा अभी तक सिर्फ एजेंट्स उठा रहे थे, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा.
गौरतलब है कि प्रत्येक वर्ष 1.75 लाख मुस्लिम हज यात्रा पर जाते हैं. नकवी के अनुसार भाजपा की सरकार आने के बाद हर साल हज सब्सिडी के लिए 700 करोड़ रुपए दिए जाते थे और इसका सबसे ज्यादा फायदा एयर इंडिया को मिलता था.
भारत में हज की सब्सिडी
भारत में हज सब्सिडी की शुरुआत 1954 में हुई थी और तब से हर साल हज पर जाने वाले मुस्लिमों को हवाई यात्रा व अन्य सुविधाओं में सब्सिडी दी जाती रही है. 2012 में सुप्रीम कोर्ट ने इसे लेकर लगी एक याचिका पर सुनवाई करते हुए केंद्र सरकार को 2022 तक हज सब्सिडी पूरी तरह से खत्म करने के निर्देश दिए थे. इसके बाद प्रत्येक वर्ष मिलने वाली सब्सिडी में धीरे-धीरे कटौती की जाने लगी.
समुद्री मार्ग से भी जायेंगे हज यात्री
भारत ने सऊदी अरब के साथ समुद्री मार्ग से हज यात्री भेजने के लिए समझौता किया गया है. समझौते के तहत सऊदी अरब ने भारत द्वारा समुद्र मार्ग से हज यात्रियों को भेजने के विकल्प को स्वीकार कर लिया है. इस संबंध में केन्द्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और अरब राज्य के हज और उमराह मंत्री डॉ. मोहम्मद सालेह बिन ताहिर बेंटन द्वारा दोनों देशों के लिए मक्का में वार्षिक हज समझौता-2018 पर हस्ताक्षर किये गये.
मुस्लिम महिलायें पुरुष साथी के बिना हज जा सकेंगी
पहली बार मुस्लिम महिलाएं भारत से ‘मेहरम’ (पुरूष साथी) के बिना जाएंगी. सऊदी अरब में इन महिला हज यात्रियों के लिए अलग आवास और परिवहन व्यवस्था का प्रबंध किया गया है और उनकी सहायता के लिए महिला हज सहायकों को भी तैनात किया जाएगा. भारत की नई हज नीति के अनुसार बिना पुरूष साथी के 45 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं को चार या उससे अधिक के समूहों में हज यात्रा पर जाने की अनुमति दी गई है. सरकार के पास हज 2018 के लिए लगभग 3 लाख 59 हजार आवेदन प्राप्त हुए हैं.
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